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पाकिस्तान से आ रहा धुआं भी बढ़ा रहा पंजाब में प्रदूषण, 500 तक पहुंचा बठिंडा में एक्यूआई

पंजाब में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है और इसका एक कारण पाकिस्तान से आने वाला धुआं भी है। पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के आब्जर्वर ने इसकी पुष्टि की है। बठिंडा का एक्यूआइ 500 पर पहुंच गया है जो बेहद खतरनाक है। अमृतसर में भी एक्यूआइ 411 दर्ज किया गया है। राज्य के चार जिलों का एवरेज एक्यूआइ 200 से ज्यादा है।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 09 Nov 2024 11:06 PM (IST)
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पाकिस्तान से आ रहा धुआं भी बढ़ा रहा पंजाब में प्रदूषण।
जागरण टीम, पटियाला। पाकिस्तान से आ रहा धुआं भी पंजाब में प्रदूषण बढ़ा रहा है। पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की ओर से फाजिल्का में नियुक्त किए गए आब्जर्वर डा. अवधेश कुमार त्रिपाठी ने शनिवार को पाकिस्तान से लगती भारतीय सीमा का दौरा करने के दौरान इसकी पुष्टि की है।

वहीं शनिवार को एक बार फिर बठिंडा का अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 500 पर पहुंच गया। यही नहीं, अमृतसर में भी यह 411 रिकार्ड किया गया, जिसे बेहद खतरनाक स्थिति माना जाता है। राहत की बात यह रही कि बठिंडा में एवरेज एक्यूआइ 182 दर्ज किया गया लेकिन राज्य के चार जिलों अमृतसर, जालंधर, मंडी गोबिंदगढ़ और रूपनगर का एवरेज एक्यूआइ 200 से ज्यादा रहा।

पराली को रोकने के लिए ली बैठक

दूसरी तरफ राज्य के विभिन्न शहरों में स्माग के कारण दिनभर सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए और विजीबिल्टी बेहद कम रही। शनिवार को केंद्र सरकार की ओर से फाजिल्का के अलावा जलालाबाद, अबोहर एवं खुईयां सरवर ब्लाक के नियुक्त किए गए आब्जर्वर डाय अवधेश त्रिपाठी सबसे पहले फाजिल्का पहुंचे।

इस दौरान उन्होंने पहले प्रशासनिक अधिकारियों से बैठक कर पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने चारों ब्लाकों का दौरा कर वहां के हालात जाने।

डा. त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने सीमा पर पाकिस्तान से भी पराली का धुआं आता देखा है। ऐसे में यह बात भी स्पष्ट है कि यह धुआं भी पंजाब में प्रदूषण को बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन क्षेत्र में पराली के प्रदूषण को रोकने के काफी प्रयास कर रहा है।

मशीनों के जरिये अधिक से अधिक पराली को संभालने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप देंगे।

106 मामले संगरूर से

शनिवार को भी संगरूर में जली सबसे ज्यादा पराली शनिवार को राज्य में पराली जलाने के मामलों में कमी दर्ज की गई। शनिवार को 237 जगह पराली जलने के साथ ही राज्य में कुल मामलों की संख्या 6,266 हो गई है। खास बात यह है कि शनिवार को दर्ज हुए कुल मामलों में सबसे ज्यादा 106 मामले फिर से संगरूर में सामने आए हैं।

इसके अलावा फरीदकोट में 17, मानसा में 15, मलेरकोटला में 12, बरनाला, फिरोजपुर व पटियाला में 11-11, लुधियाना में 10, बठिंडा, मोगा व फतेहगढ़ साहिब में 9-9,मुक्तसर में 7, कपूरथला में 4, अमृतसर, नवांशहर व तरनतारन में 2-2 मामले सामने आए हैं।

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