Punjab News: जेल के बाहर सड़क पर 4 घंटे तक तड़पता रहा बीमार कैदी, किसी को नहीं आया तरस, हालत नाजुक
Punjab News तबीयत काफी खराब होने पर हवालाती को अमृतसर रेफर किया गया। उसके बाद वहां से चंडीगढ़ रेफर कर दिया। चंडीगढ़ में दो दिन रखने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया। जेल पहुंचने पर डॉक्टर ने फिर से अमृतसर रेफर कर दिया। जेल के अंदर उन्हें आने नहीं दिया। वह चार घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा। किसी को तरस नहीं आया।
जागरण संवाददाता, कपूरथला। रीढ़ की हड्डी में इनफेक्शन की वजह से चलने फिरने से लाचार एचआईवी पॉजिटिव एक हवालाती की हालत ज्यादा बिगड़ने पर जेल डॉक्टर द्वारा उसे अमृतसर रेफर किया गया, लेकिन एंबुलेंस न आने की वजह से जेल प्रशासन द्वारा उसे जेल के बाहर ही सड़क पर लिटा दिया गया।
करीब चार घंटे तक वह जेल के बाहर ही सड़क पर तड़फता रहा। इसके बाद हवालाती के परिजनों द्वारा 108 एबूलेंस के जरिए रात करीब साढ़े 9 बजे उसे मेडिकल कॉलेज अमृतसर पहुंचाया गया, जिसकी हालत काफी नाजुक बताई जा रही है।
हवालाती मरीज के सड़क पर लेटे होने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रह है। जिसमें जेल प्रशासन के रवैए को देख कर सेहत विभाग व पंजाब सरकार के तमाम दावे खोखले लग रहे हैं।
हत्या के मामले में जेल में बंद
उल्लेखनीय है कि फागवाड़ा निवासी करीब 40 वर्षीय लखबीर कुमार कत्ल के एक मामले में पिछले ढाई साल से मॉर्डन जेल कपूरथला में बंद है। उसके केस का अभी कोई निपटारा नही है और वह अंडर ट्रायल हवालाती के तौर पर जेल में है।
इस संबंध में लखबीर कुमार की पत्नी सोनिया ने दैनिक जागरण को बताया कि उसके पति को टीवी है और काफी समय से उनकी रीढ़ की हड्डी में भी नुकस है, जिसकी वजह से वह चलने फिरने से लाचार है। पिछले दिनों उसके पति की हालात बिगड़ने पर जेल प्रशासन द्वारा उन्हें मेडिकल कॉलेज अमृतसर रेफर कर दिया गया था।
इस पर वह उन्हें अमृतसर अस्पताल ले गए लेकिन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने उनके पति को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। दो दिन तक वह पीजीआई दाखिल रहे और शुक्रवार को पीजीआई ने उन्हें डिस्चार्ज करते हुए मॉर्डन जेल कपूरथला भेज दिया।
सड़क पर तड़पता रहा कैदी
शुक्रवार को वह अपने पति लखबीर कुमार को लेकर दोपहर करीब एक बजे केंद्रीय मॉर्डन जेल कपूरथला पहुंची तो जेल डॉक्टर ने उसकी पति की हालत ज्यादा गंभीर बताते हुए कहा कि उसकी बीमारी काफी खतरनाक स्टेज में है, उसकी मौत भी हो सकती है।
इस पर उन्होंने उसे मेडिकल कॉलेज अमृतसर रेफर कर दिया। इसके बाद जेल प्रशासन ने उसके पति को जेल के बाहर ही सड़क पर लिटा दिया। वह करीब चार घंटे तक सडक पर तड़फता रहा, लेकिन किसी को उस पर तरस नही आया।
एचआईवी पॉजिटिव है हवालाती
सोनिया ने बताया कि उन्होंने 4500 रुपये में एंबुलेंस वालों से बात की और जेल सुपरीडेंट से बात कर एंबुलेंस को बुला लिया लेकिन एबूलेंस के आने पर जेल वालों ने उसे किराया देने से मना कर दिया। इसके बाद वह खुद एंबुलेंस के पैसे देकर रात को करीब साढ़े नौ बजे अमृतसर अस्पताल पहुंचे।
उधर हवालाती लखबीर कुमार एचआईवी पॉजिटिव भी है। क्या एचआईवी पाजिटिव होने की वजह से उसे जेल के बाहर सड़क पर फेंक दिया गया या अन्य किसी कारण यह तो जेल प्रशासन ही बता सकता है। इस संबंध में जेल सुपरीडेंट कुलवंत सिंह संधू के मोबाइल नंबर 98152-70111 अनेक बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
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