'देश में सुनियोजित तरीके से चल रहा मतांतरण का खेल', धनखड़ बोले- कमजोर वर्गों को दिया जा रहा प्रलोभन
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विश्व में सनातन का सम्मान है लेकिन भारत के कुछ लोग विदेश जाकर सनातन पर सवाल उठाते हैं। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि संघ के प्रचारक मां भारती की सेवा कर रहे हैं। बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म की घटनाओं ने सोचने को मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि लालच के लिए धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहिए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला 2024 के उद्घाटन में भाषण देते हुए गुरुवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश में धार्मिक मतांतरण एक सुनियोजित तरीके से हो रहा है जो देश के मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों के विपरीत है। आदिवासियों सहित समाज के कमजोर वर्गों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें प्रलोभन दिया जा रहा है।
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कुछ लोग विदेश में देश को तोड़ने वालों के साथ बैठते हैं और अपनी नासमझी से उत्साहित भी हैं। लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि देश को इतने हिस्सों में मत बांटो कि बाद में याद आए कि हमारे हिस्से कुछ बचा ही नहीं है।
हालात सुधारने का वक्त
धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रीय धर्म हमारा परम कर्तव्य है। 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देखा है। यह सपना उन्होंने 2014 में नहीं देखा तो इसलिए कि तब हालात सुधारने का वक्त था। 2019 में उन्होंने यह सपना देखा है।
सनातन और हिंदू धर्म
धनखड़ जयपुर के राजापार्क में हिंदू आध्यात्मिक और सेवा मेले के उद्घाटन के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर संत चिदानंद सरस्वती ने कहा कि दुनिया जब भारत को सांपों की पूजा वाला देश मानती थी, तब हमने बताया कि सनातन और हिंदू धर्म क्या है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा करने वाली दुनिया को हम ऋषि इंटेलिजेंस देंगे।
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