Maa Parvati Temple: देश के इस मंदिर में मांगी गई सभी मुरादें होती हैं पूरी, राजा इंद्र ने की थी स्थापना
देशभर में मां पार्वती को समर्पित कई मंदिर हैं जो किसी मान्यता या फिर अन्य कारण से प्रसिद्ध हैं लेकिन आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के इंदौर में एक ऐसा भी मंदिर (Maa Parvati Temple) है जहां साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर है। आइए जानते हैं इस मंदिर की मान्यता के बारे में।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन शास्त्रों में मां पार्वती (Maa Parvati) की महिमा का विशेष वर्णन किया गया है। धार्मिक मान्यता है कि मां पार्वती के संग महादेव (Lord Shiv) की पूजा-अर्चना करने से साधक के जीवन में आ रहे सभी तरह के संकट और दुख दूर होते हैं। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। वहीं, साधक मां पार्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए मंदिरों का रुख करते हैं। देशभर में मां पार्वती को समर्पित कई मंदिर हैं, जो किसी न किसी रहस्य की वजह से प्रसिद्ध हैं। एक ऐसा ही मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर में है। जहां साधक के द्वारा मांगी गई सभी मुरादें पूरी होती हैं। इस मंदिर का नाम पार्वती माता (Maa Parvati Temple Madhya Pradesh) है। ऐसे में आइए जानते हैं इस मंदिर के इतिहास और इससे रोचक तथ्यों के बारे में।
क्या है मंदिर की मान्यता?
यह मंदिर इंदौर से 50 किलोमीटर दूर विंध्याचल पर्वत 3000 फीट ऊंची पहाड़ी पर है। इसके चारों तरफ घना जंगल है। मंदिर मान्यता की दूर-दूर तक फैली है। इस मंदिर में माता पार्वती के अलग रूप में दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। यहां माता पार्वती को महिषासुर का वध करते हुए दिखाया गया है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में मांगी गई सभी मुरादें (Famous Temple For Wish Fulfillment) पूरी होती हैं और साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
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बेहद पुराना है मंदिर का इतिहास
मान्यता है कि मूर्ति की स्थापना राजा इंद्र (Maa Parvati Temple Funded By Indra Dev) ने की थी। अष्टभुजाधारी प्रतिमा पांच फीट ऊंची है। मंदिर 500 वर्ष पुराना (Maa Parvati Temple Histroy) बताया जाता है। मंदिर जाम खुर्द गांव में है। मंदिर का परिसर एक हेक्टेयर से अधिक में फैला हुआ है।मंदिर (Maa Parvati Temple Facts) के बारे में ऐसा बताया जाता है कि मां पार्वती तीन रूप बदलती हैं। नवरात्र के शुभ अवसर पर मंदिर में खास रौनक देखने को मिलती है। अधिक संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं।