Shardiya Navratri 2024: इस समय तक की जा सकेगी मां सिद्धिदात्रि की पूजा, जरूर करें आरती व मंत्रों का जप
नवरात्र के आखिरी यानी नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का विधान है। ऐसे में शारदीय नवरात्र के दौरान शुक्रवार 11 अक्टूबर को देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। ऐसा माना जाता है कि माता पार्वती के इस स्वरूप की पूजा करने से साधक को अष्टसिद्धि की प्राप्ति हो सकती है और उसके सभी काम बिना किसी बाधा के पूरे होते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र की अवधि 03 अक्टूबर से शुरू हुई थी, जिसका समापन 11 अक्टूबर को माता सिद्धिदात्रि की पूजा के साथ होने जा रहा है। इस बार अष्टमी और नवमी का संयोग भी बन रहा है। ऐसे में नवरात्र के आखिरी दिन (Shardiya Navratri Day 9) को मां दुर्गा की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही खास माना गया है। इस दिन देवी मां को प्रसन्न करने के लिए मां सिद्धिदात्रि की पूजा में उनकी आरती व मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए।
इस समय करें पूजा
नवरात्र के नवमी तिथि की शुरुआत शुक्रवार, 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन शनिवार, 12 अक्टूबर दोपहर 10 बजकर 58 मिनट को होगा। ऐसे में साधक इसी दिन नवमी की पूजा कर सकेंगे।
मां सिद्धिदात्रि आरती ( Maa Siddhidatri ki Aarti)
जय सिद्धिदात्रि माँ तू सिद्धि की दाता। तु भक्तों की रक्षक तू दासों की माता॥तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि। तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि॥
कठिन काम सिद्ध करती हो तुम। जभी हाथ सेवक के सिर धरती हो तुम॥तेरी पूजा में तो ना कोई विधि है। तू जगदम्बें दाती तू सर्व सिद्धि है॥रविवार को तेरा सुमिरन करे जो। तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो॥तू सब काज उसके करती है पूरे। कभी काम उसके रहे ना अधूरे॥
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया। रखे जिसके सिर पर मैया अपनी छाया॥सर्व सिद्धि दाती वह है भाग्यशाली। जो है तेरे दर का ही अम्बें सवाली॥हिमाचल है पर्वत जहाँ वास तेरा। महा नन्दा मन्दिर में है वास तेरा॥मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता। भक्ति है सवाली तू जिसकी दाता॥यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024 day 9: यहां जानें महानवमी की पूजा विधि से लेकर भोग व मंत्र तक सबकुछ