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Tulsi Vivah 2024: लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करते समय करें इन मंत्रों का जप, आर्थिक तंगी हो जाएगी दूर

ज्योतिषियों की मानें तो कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। तुलसी विवाह पर भद्रावास योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही घर में सुख एवं समृद्धि का आगमन होगा। तुलसी विवाह की संध्या पर शिव- शक्ति की भी पूजा की जाएगी।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 12 Nov 2024 09:37 PM (IST)
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Tulsi Vivah 2024: तुलसी माता को कैसे प्रसन्न करें ?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पचांग के अनुसार, 13 नवंबर को तुलसी विवाह है। इस शुभ अवसर पर प्रदोष व्रत का भी संयोग बन रहा है। यह पर्व हर वर्ष कार्तिक महीने में मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु एवं तुलसी माता की पूजा की जाती है। धार्मिक मत है कि तुलसी विवाह के दिन भगवान विष्णु की पूजा-उपासना करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से तुलसी माता और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। अगर आप भी आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो तुलसी विवाह के दिन स्नान-ध्यान के बाद भक्ति भाव से तुलसी माता की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय इन मंत्रों का जप करें।

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मां लक्ष्मी के 108 नाम

1. ऊँ प्रकृत्यै नम:

2. ऊँ विकृत्यै नम:

3. ऊँ विद्यायै नम:

4. ऊँ सर्वभूत-हितप्रदायै नम:

5. ऊँ श्रद्धायै नम:

6. ऊँ विभूत्यै नम:

7. ऊँ वसुन्धरायै नमः

8. ऊँ उदारांगायै नमः

9. ऊँ हरिण्यै नमः

10. ऊँ हेममालिन्यै नमः

11. ऊँ धनधान्य-कर्ये नमः

12. ऊँ सिद्धयै नमः

13. ऊँ स्त्रैणसौम्यायै नमः

14. ऊँ शुभप्रदायै नमः

15. ऊँ नृपवेश्मगतानन्दायै नमः

16. ऊँ सुरभ्यै नम:

17. ऊँ परमात्मिकायै नम:

18. ऊँ वाचे नम:

19. ऊँ पद्मालयायै नम:

20. ऊँ पद्मायै नमः

21. ऊँ शुचय़ै नमः

22. ऊँ स्वाहायै नमः

23. ऊँ स्वधायै नमः

24. ऊँ सुधायै नमः

25. ऊँ धन्यायै नमः

26. ऊँ हिरण्मयै नमः

27. ऊँ लक्ष्म्यै नमः

28. ऊँ नित्यपुष्टायै नमः

29. ऊँ विभावर्यै नमः

30. ऊँ अदित्यै नमः

31. ऊँ दित्यै नमः

32. ऊँ दीप्तायै नमः

33. ऊँ वसुधायै नमः

34. ऊँ वसुधारिण्यै नमः

35. ऊँ कमलायै नमः

36. ऊँ कान्तायै नमः

37. ऊँ कामाक्ष्यै नमः

38. ऊँ क्रोधसंभवायै नमः

39. ऊँ अनुग्रहप्रदायै नमः

40. ऊँ बुद्धयै नमः

41. ऊँ अनघायै नमः

42. ऊँ हरिवल्लभायै नमः

43. ऊँ अशोकायै नमः

44. ऊँ अमृतायै नमः

45. ऊँ दीप्तायै नमः

46. ऊँ लोकशोकविनाशिन्यै नमः

47. ऊँ धर्म-निलयायै नमः

48. ऊँ करुणायै नमः

49. ऊँ लोकमात्रे नमः

50. ऊँ पद्मप्रियायै नमः

51. ऊँ पद्महस्तायै नमः

52. ऊँ पद्माक्ष्यै नमः

53. ऊँ पद्मसुन्दर्यै नमः

54. ऊँ पद्मोद्भवायै नमः

55. ऊँ भास्कर्यै नमः

56. ऊँ बिल्वनिलयायै नमः

57. ऊँ वरारोहायै नमः

58. ऊँ यशस्विन्यै नमः

59. ऊँ वरलक्ष्म्यै नमः

60. ऊँ वसुप्रदायै नमः

61. ऊँ शुभायै नमः

62. ऊँ हिरण्यप्राकारायै नमः

63. ऊँ समुद्रतनयायै नमः

64. ऊँ पद्ममुख्यै नमः

65. ऊँ पद्मनाभप्रियायै नमः

66. ऊँ रमायै नमः

67. ऊँ पद्ममालाधरायै नमः

68. ऊँ देव्यै नमः

69. ऊँ पद्मिन्यै नमः

70. ऊँ पद्मगन्धिन्यै नमः

71. ऊँ पुण्यगन्धायै नमः

72. ऊँ सुप्रसन्नायै नमः

73. ऊँ प्रसादाभिमुख्यै नमः

74. ऊँ प्रभायै नमः

75. ऊँ चन्द्रवदनायै नमः

76. ऊँ चन्द्रायै नमः

77. ऊँ चन्द्रसहोदर्यै नमः

78. ऊँ चतुर्भुजायै नमः

79. ऊँ विष्णुपत्न्यै नमः

80. ऊँ प्रसन्नाक्ष्यै नमः

81. ऊँ नारायणसमाश्रितायै नमः

82. ऊँ दारिद्र्यध्वंसिन्यै नमः

83. ऊँ देव्यै नमः

84. ऊँ सर्वोपद्रव-वारिण्यै नमः

85. ऊँ नवदुर्गायै नमः

86. ऊँ महाकाल्यै नमः

87. ऊँ ब्रह्माविष्णु-शिवात्मिकायै नमः

88. ऊँ त्रिकालज्ञान-संपन्नायै नमः

89. ऊँ भुवनेश्वर्यै नमः

90. ऊँ चन्द्ररूपायै नमः

91. ऊँ इन्दिरायै नमः

92. ऊँ इन्दुशीतलायै नमः

93. ऊँ अह्लादजनन्यै नमः

94. ऊँ पुष्टयै नमः

95. ऊँ शिवायै नमः

96. ऊँ शिवकर्यै नमः

97. ऊँ सत्यै नमः

98. ऊँ विमलायै नमः

99. ऊँ विश्वजनन्यै नमः

100. ऊँ तुष्टयै नमः

101. ऊँ दारिद्र्यनाशिन्यै नमः

102. ऊँ प्रीतिपुष्करिण्यै नमः

103. ऊँ शान्तायै नमः

104. ऊँ शुक्लमाल्यांबरायै नमः

105. ऊँ श्रियै नमः

106. ऊँ जयायै नमः

107. ऊँ मंगलादेव्यै नमः

108. ऊँ विष्णुवक्षस्थलस्थितायै नमः

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