Move to Jagran APP

Aaj Ka Panchang 23 November 2024: आज बन रहे हैं ये 3 बड़े योग, नोट करें शनिवार का शुभ मुहूर्त और पढ़ें दैनिक पंचांग

आज मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रात्रि 07 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 23 November 2024) और राहुकाल का समय जानते हैं।

By Jagran News Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 23 Nov 2024 09:07 AM (IST)
Hero Image
Aaj Ka Panchang 23 November 2024: आज का पंचांग।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Margashirsha Month Aaj Ka Panchang 23 November 2024: आज शनिवार का दिन है। यह दिन पूर्ण रूप से भगवान हनुमान और शनि देव को समर्पित है। ऐसा कहा जाता कि जो भक्त इस दिन भाव के साथ पूजा-पाठ करते हैं, उन्हें धन, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता आती है। आज के दिन (Saturday Panchang) की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

Aaj Ka Panchang 23 November 2024: आज का पंचांग -

पंचांग के अनुसार, आज मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रात्रि 07 बजकर 59 मिनट तक रहेगी।

ऋतु - शरद

चन्द्र राशि - सिंह

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 20 मिनट पर

चन्द्रोदय - मध्य रात्रि 12 बजकर 42 मिनट पर

चन्द्रास्त - दोपहर 01 बजकर 13 मिनट पर

शुभ मुहूर्त

गुरु पुष्य योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक

अमृत सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक

सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 02 मिनट से 05 बजकर 55 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 35 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 25 मिनट से 05 बजकर 52 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक।

अशुभ समय

राहु काल - सुबह 09 बजकर 31 मिनट से 10 बजकर 49 मिनट तक

गुलिक काल - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट तक।

दिशा शूल - पूर्व

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल

मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुंभ, मीन।

हनुमान जी पूजन मंत्र

1. 'ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्' ।।

2. 'ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।'

3. 'अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं, अनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं, रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि'।

यह भी पढ़ें: Festival List 2025 : साल 2025 में कब पड़ेगा कौन सा त्योहार? जानिए मकर संक्रांति से लेकर दिवाली तक की डेट

अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।