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Aaj ka Panchang 25 November 2024: सोमवार पर बन रहे हैं कई शुभ योग, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त

आज यानी 25 नवंबर को सोमवार व्रत किया जा रहा है। मान्यता है कि सोमवार व्रत करने से जातक के विवाह में आ रही बाधा दूर होती है। साथ ही विधिपूर्वक महादेव की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। आज कई शुभ योग (Today Shubh Yog) भी बन रहे हैं तो चलिए पंचांग (Aaj ka Panchang 2024) से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

By Jagran News Edited By: Kaushik Sharma Updated: Mon, 25 Nov 2024 09:03 AM (IST)
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Aaj ka Panchang 25 November 2024 पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि आज यानी 25 नवंबर को है। इस तिथि पर सोमवार भी है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने का विधान है। साथ ही व्रत किया जाता है। मान्यता है कि उपासना और सोमवार व्रत करने से जातक को मनचाहा वर मिलता है। इस तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त (Today Puja Time) के विषय में।

आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 25 November 2024)

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 24 मिनट पर

चंद्रोदय- रात्रि 04 बजकर 10 मिनट पर

चंद्रास्त- दोपहर 02 बजे

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वार - सोमवार

ऋतु - शरद

शुभ समय (Today Shubh Muhurat)

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 04 मिनट से 05 बजकर 58 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 22 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - सुबह 08 बजकर 11 मिनट से 09 बजकर 30 मिनट तक।

गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 27 मिनट से 02 बजकर 46 मिनट तक।

दिशा शूल - पूर्व

नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन

महामृत्युंजय मंत्र

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

शिव स्तुति मंत्र

द: स्वप्नदु: शकुन दुर्गतिदौर्मनस्य, दुर्भिक्षदुर्व्यसन दुस्सहदुर्यशांसि।

उत्पाततापविषभीतिमसद्रहार्ति, व्याधीश्चनाशयतुमे जगतातमीशः।।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।