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एलन मस्क की कंपनी के बारे किसने और क्यों कहा- भेड़ की खाल में भेड़िया है स्टारलिंक

एलन मस्क भारत में सैटेलाइट इंटरनेट ऑफर करने के तैयार हैं और जरूरी मंजूरियों का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा था कि सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी न कर इसे आवंटित किया जाएगा। इस बीच स्टारलिंक को एक थिंकटैंक भेड़ की खाल में भेड़िया कहा गया। आइए जानते हैं ऐसा क्यों कहा गया।

By Agency Edited By: Saket Singh Updated: Wed, 13 Nov 2024 06:13 PM (IST)
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एलन मस्क की सैटेलाइट ब्रॉडबैंक कंपनी है स्टारलिंक।
 पीटीआई, नई दिल्ली। एलन मस्क की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड कंपनी स्टारलिंक द्वारा भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा की पेशकश करने की चर्चा के बीच, थिंक टैंक कुटनीति फाउंडेशन ने अमेरिकी खुफिया और सैन्य एजेंसियों के साथ अमेरिकी दिग्गज के गहरे संबंधों को उजागर किया है, जो राष्ट्रीय हितों में बाधा बन सकते हैं।

स्टारलिंक को 'भेड़ की खाल में भेड़िया' कहते हुए, फाउंडेशन ने कहा कि स्टारलिंक एक डुअल-यूज टेक्नोलॉजी है, जिसके 'सबसे बड़ा ग्राहक और प्रमोटर अमेरिकी सरकार की खुफिया और सैन्य हैं।'

जहां पुराने मोबाइल फोन सर्विस प्रोवाइडर वॉयस और इंटरनेट सर्विस देने के लिए टेलीकॉम टावर्स का इस्तेमाल करते हैं वहीं, सैटेलाइट कम्युनिकेशन या सैटकॉम में इस सर्विस को ऑफर करने के लिए सैटेलाइट के ग्रुप को इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, ऐसी चिंताएं हैं कि उन सैटेलाइट्स का कंट्रोल देश के बाहर है।

कुटनीति ने एक रिपोर्ट में कहा, 'स्टारलिंक सेटेलाइट्स का ग्रुप दुनिया भर में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स का एक नया फॉर्म है, जो भौगोलिक सीमांकन और प्राकृतिक सीमाओं से बंधा नहीं है। दुनिया के हर नागरिक तक सीधी पहुंच है, जिसमें यूजर्स और अमेरिकियों के बीच कोई शासन संरचना नहीं है।'

मंगलवार को केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि स्टारलिंक ने अभी तक सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किया है और सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए लाइसेंस तभी जारी किया जाएगा जब वे भारत में सेवाओं के लिए सभी जरूरतों को पूरा करेंगे।

मस्क, जिनकी स्पेस कंपनी SpaceX के बारे में कहा जाता है कि वह एक अमेरिकी खुफिया एजेंसी के साथ एक क्लासीफाइड कॉन्ट्रैक्ट के तहत सैकड़ों जासूसी सैटेलाइट्स का एक नेटवर्क बना रही है, यूक्रेन युद्ध में स्टारलिंक सैटेलाइट कनेक्टिविटी के इस्तेमाल को लेकर बिडेन प्रशासन से भिड़ गई थी।

एलन मस्क ने हाल ही में संपन्न अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन की पार्टी की कैंडिडेट यानी कमला हैरिस की तुलना में डोनाल्ड ट्रम्प का खुलकर समर्थन किया था। मस्क ने पिछले साल कहा था कि उन्होंने रूसी बेड़े पर हमले में मदद करने के लिए अपने स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क को एक्टिव करने के यूक्रेनी के रिक्वेस्ट को अस्वीकार कर दिया था।

कुटनीति ने मस्क की कंपनियों और अमेरिकी एजेंसियों के बीच कुछ कॉन्ट्रैक्ट्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, 'ये यूएसए के इंटेल-मिलिट्री-इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स के हिस्से के रूप में स्टारलिंक के नोन कॉन्ट्रैक्ट्स हैं, बहुत सारे कॉन्फिडेंशियल ए्ग्रीमेंट्स और कॉन्ट्रैक्ट्स हैं जिन्हें कवर के पीछे भी रखा गया है।'

'इसके अलावा, यह अच्छी तरह से मालूम है कि स्टारलिंक के मालिक, एलन मस्क, अलग-अलग प्राइवेट खुफिया कंपनियों के करीब हैं, और यूएसए में एक बेहद खुले तौर पर राजनीतिक रूप से उजागर व्यक्ति हैं, जिसमें पलांटिर टेक्नोलॉजीज यूएसए (Palantir Technologies USA) और ट्रम्प इलेक्शन 2024 शामिल हैं, लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं हैं।'

स्टारलिंक की डुअल यूज टेक्नोलॉजी कम लागत वाली ग्लोबल कवरेज हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस ऑफर करती है और इसमें हाई-डेफिनिशन फोटोज और यहां तक ​​कि लाइव वीडियो ऑफर करने की क्षमता भी है।

रिपोर्ट में मस्क की अगुवाई वाली कंपनियों पर ब्राजील, यूक्रेन और ईरान जैसे देशों की 'संप्रभुता और लोकतंत्र की अवहेलना' करने का आरोप लगाया गया है।

इसमें आगे कहा गया है, 'स्टारलिंक (बहुत स्पष्ट तौर पर) जियोपॉलिटिकल कंट्रोल की एक टेक्नोलॉजी है, जिसे खुफिया और रक्षा बलों द्वारा अंतरिक्ष में प्रभुत्व और उस लीवर के जरिए लैंड पर कंट्रोल रखने के लिए आगे बढ़ाया जाता है।'

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