ये मोबाइल फोन ब्रांड देता है सबसे ज्यादा सॉफ्टवेयर अपडेट, आखिर क्या है इसकी पीछे की वजह
लगभग सभी स्मार्टफोन कंपनियां अपने स्मार्टफोन यूजर्स के लिए समय-समय सॉफ्टवेयर अपडेट लाती रहती है। इसके साथ ही अब सैमसंग शाओमी और ओप्पो जैसी प्रमुख एंड्रॉइड स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां अपने सॉफ्टवेयर अपडेट सपोर्ट को चार साल तक के लिए बढ़ा रही हैं जिसमें प्रमुख एंड्रॉइड अपडेट और एक साल के लिए सुरक्षा अपडेट शामिल हैं। आइये जानते है कि कौन सी कंपनी इसमें आगे है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। भारत के स्मार्टफोन बाजार में प्रीमियमाइजेशन की गति बढ़ने के साथ ही सॉफ्टवेयर अपडेट की मांग में भी बढ़ोतरी हो सकती है। सैमसंग,शाओमी और ओप्पो जैसे निर्माता अब अपने हाई-एंड डिवाइस के लिए एक्सटेंशन समर्थन दे रहे हैं, यह कदम यूजर की मांग और संभावित वित्तीय लाभ दोनों से प्रेरित है।
इसमें सबसे आगे रहने वाली कंपनियों में सैमसंग शामिल है क्योंकि कंपनी अपने सभी प्रोडक्ट में लिए सबसे ज्यादा साफ्टवेयर अपडेट देती है। आइये जानते हैं कि कंपनी कैसे इसे मैनेज करती है।
सैमसंग ने बनाई बढ़त
- सैमसंग ने स्मार्टफोन, टैबलेट और स्मार्टवॉच सहित अपने पूरे इकोसिस्टम के लिए चार प्रमुख एंड्रॉयड अपडेट और पांच साल के सुरक्षा पैच की घोषणा करके इसकी शुरुआत की।
- कंपनी का यह निर्णय यूजर की अपने डिवाइस को लंबे समय तक रखने की बढ़ती प्रवृत्ति को स्वीकार करता है, जो कुछ खास मॉडलों से लगाव और स्थिरता संबंधी चिंताओं जैसे कारकों को कम कर सकता है।
- काउंटरपॉइंट रिसर्च डेटा में पता चला है कि जैसे-जैसे स्मार्टफोन अधिक टिकाऊ और शक्तिशाली होते जा रहे हैं, तब से खासकर प्रीमियम सेगमेंट के उपयोगकर्ता अपने फोन को बदले के समय को को लगभग दो वर्षों से बढ़ाकर 40-44 महीने कर रहे हैं।
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ये कंपनियां भी दे रही है खास ध्यान
- इसके साथ ही सैमसंग के बाद शाओमी और ओप्पो अपने लेटेस्ट फ्लैगशिप के लिए चार वर्जन अपग्रेड और एक अतिरिक्त वर्ष के सुरक्षा अपडेट का वादा कर रहे हैं।
- हालांकि, उन्होंने अभी तक अपनी सभी प्रोडक्ट सीरीज के लिए इस योजना को आगे नहीं बढ़ाया है।
- काउंटरपॉइंट रिसर्च के शोध निदेशक तरुण पाठक ने बताया कि प्रीमियम डिवाइस के लिए एक्सटेंशन सपोर्ट लागत इकोनॉमी और कस्टमर लाइफ टाइम वैल्यू (CLV) के आधार पर एक गणनात्मक चाल है।
- लागत को डिवाइस की कीमत में शामिल किया गया है।
- इसके साथ ही ब्रांड अपडेट प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए Google और चिपसेट विक्रेताओं के साथ भी सहयोग कर रहे हैं।
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