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आगरा मेट्रो पार्किंग में फर्जीवाड़ा, 20 रुपये की जगह 100 रुपये की वसूली; इस वीडियो से हुआ खुलासा

आगरा मेट्रो के ताजमहल मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में पर्यटकों से फर्जी रसीद के जरिए वसूली का मामला सामने आया है। चित्तौड़गढ़ से आए एक टैक्सी ड्राइवर को 20 रुपये की पार्किंग के लिए 100 रुपये की रसीद थमा दी गई। आगरा मेट्रो के अधिकारियों ने रसीद को फर्जी बताते हुए बदनाम करने की साजिश बताया है। ड्राइवर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

By Nirlosh Kumar Edited By: Sakshi Gupta Updated: Mon, 11 Nov 2024 08:02 PM (IST)
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चित्तौड़गढ़ से आगरा आए एक ड्राइवर से फर्जी रसीद से वसूली की गई। (तस्वीर जागरण)
जागरण संवाददाता, आगरा। ताजमहल मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में वाहन खड़े करने वालों से फर्जी रसीद से वसूली हो रही है। चित्तौड़गढ़ से सोमवार को आए टैक्सी ड्राइवर को 100 रुपये की रसीद थमा दी गई, जबकि यहां पार्किंग शुल्क 20 रुपये है। आगरा मेट्रो के अधिकारी रसीद मेट्रो की होने से इनकार करते हुए बदनाम करने को किसी के द्वारा ऐसा कृत्य करने की बात कह रहे हैं।

20 रुपये के जगह 100 रुपये की काटी रसीद

पुरानी मंडी चौराहा पर ताजमहल का मेट्रो स्टेशन है। सोमवार दोपहर चित्तौड़गढ़ से टैक्सी ड्राइवर महेंद्र कुमार आए थे। उनके साथ दो विदेशी पर्यटक थे। उन्होंने ताजमहल मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में कार खड़ी की। उन्हें पार्किग शुल्क की 100 रुपये की रसीद दी गई।

टैक्सी ड्राइवर का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल

इंटरनेट मीडिया में महेंद्र कुमार का एक वीडियो प्रसारित हो रहा है। इसमें महेंद्र कह रहे हैं कि डेढ़ माह पूर्व जब वह यहां आए थे, तब 20 रुपये की पार्किंग की रसीद काटी गई थी। इस बार 100 रुपये की अवैध रसीद थमा दी गई।

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फर्जी रसीद का मामला मेट्रो अधिकारियों के संज्ञान में

महेंद्र कुमार ने किसी से शिकायत नहीं की, लेकिन उनको पार्किंग शुल्क की फर्जी रसीद थमाए जाने का मामला मेट्रो के अधिकारियों के संज्ञान में है। इस संबंध में संयुक्त महाप्रबंधक जनसंपर्क आगरा मेट्रो पंचानन मिश्र ने बताया कि रसीद मेट्रो पार्किंग की नहीं है। किसी ने बदनाम करने के लिए ऐसा किया है। यह जांच का विषय है।

रसीद पर नहीं हैं हस्ताक्षर

उन्होंने आगे कहा कि टैक्सी ड्राइवर को दी गई अवैध रसीद पर सबसे ऊपर आगरा पार्किंग, नंबर 357, कार का पार्किंग शुल्क 100 रुपये लिखा है। रसीद काटने वाले ने तिथि तो लिखी है, लेकिन उस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

रसीद में नीचे की तरफ पार्किंग की शर्तें लिखी हुई हैं। इनमें रसीद चार घंटे के लिए मान्य होने, पार्किंग का समय सुबह छह से रात आठ बजे तक होने और सामान की किसी तरह की जिम्मेदारी नहीं होने की बात लिखी हुई है।

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