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    युवक के कंकाल को मवेशी का बताकर यूपी के दारोगा ने कर दी ये हरकत, SSP के पास पहुंची पूरी रिपोर्ट तो तुरंत लिए एक्शन

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 05:50 AM (IST)

    अलीगढ़ में दारोगा प्रशांत कुमार ने संवेदनहीनता दिखाते हुए मानव कंकाल को मवेशी बताकर छोड़ दिया। ग्रामीणों के विरोध के बाद कंकाल की पहचान लापता दिनेश के रूप में हुई। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। एसएसपी ने दारोगा को निलंबित कर दिया है और एसओ को चेतावनी दी है।

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    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। दारोगा प्रशांत कुमार ने संवेदनहीनता की सारी हदें पा कर दीं। बुधवार को झाड़ियों में मिले मानव कंकाल को मवेशी बताकर छोड़ आया। गांव वालों ने शक जताया कि यह कंकाल मानव का भी तो हो सकता है। दारोगा ने डांटा। बोला, जब तुम्हारा इससे मतलब नहीं है तो पड़ा रहने दो। स्वजन को चेन नहीं पड़ा।

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    वो, गुरुवार सुबह फिर पहुंचे। कपड़े और जूतों से कंकाल की पहचान गायब युवक दिनेश उर्फ अबनू के रूप में की। धारधार हथियार भी पड़ा मिला। इसके बाद पुलिस आठ हिस्सों में मिले कंकाल को एकत्रित करके लाई। पुलिस कार्रवाई के विरोध में लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन भी किया।

    एसएसपी ने दारोगा को निलंबित कर दिया है। हरदुआगंज के एसओ ब्रजेश कुमार को चेतावनी दी है कि तीन दिन में घटना का पर्दाफाश नहीं किया तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। नगर पंचायत जलाली के माजरा नगरीया भूड़ निवासी दिनेश उर्फ अबनू तीन नवंबर से लापता था।

    उस दिन वह चचेरे भाई शेरपाल के साथ अलीगढ़ से गांव जा रहा था। उसकी पत्नी ज्याेति अकराबाद में ब्यूटी पार्लर चलाती है। उसने पत्नी को फोन किया कि वह शेखाझील के पास मिलेगा, तुम आ जाओ दोनों साथ चलेंगे। चेचेरा भाई दूसरी बाइक से गांव पहुंच गया। पत्नी जब बताए हुए स्थान पर पहुंची तो पति गायब था। मोबाइल बंद था।

    स्वजन ने उसे खूब तलाशा लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। चार नवंबर को उसके भाई देवेंद्र सिंह ने हरदुआगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई दी। स्वजन के अनुसार कई बार उसने थाना व जलाली चौकी पर जाकर आसपास के सीसीटीवी कैमरों जांच कराने की मांग की, पुलिस ने उसकी नहीं सुनी।

    पुलिसकर्मी अभद्रता पर उतर आते थे। दिनेश के भाई देवेंद्र के अनुसार इसके चलते हम खुद ही भाई की तलाश में जुटे हुए थे। बुधवार की शाम गांव चंगेरी के निकट नहर की पटरी के सहारे झांड़ियों में नर कंकाल पड़े होने की जानकारी मिली थी।

    जलाली पुलिस को भी बुला लिया। दारोगा प्रशांत कुमार ने शिनाख्त न होने का हवाला देकर कंकाल को ये कहकर छोड़ गए कि तुम्हारे भाई का नहीं है, तो यहीं पड़ा रहने दो। मवेशी का भी हो सकता है। थाना प्रभारी ने भी गंभीरता नहीं दिखाई।

    गुरुवार सुबह गांव वालों ने खुद ही कंकाल के आसपास की झाड़ियों में तलाशी ली तो कुछ ही दूरी पर दिनेश की टी-शर्ट, पेंट मिला। 359 रुपये भी थे। धारदार कुल्हाड़ीनुमा हथियार भी पड़ा मिला। इससे गुस्साएं लोगों ने प्रदर्शन किया। एसएसपी नीरज कुमार जादौन के अनुसार लापरवाही बरतने पर दारोगा प्रशांत कुमार को निलंबित कर दिया है। एसओ को भी चेतावनी दी है।