UP News: गजरौला में जैकेट कारखाने में लगी आग, 20 लाख का नुकसान
उत्तर प्रदेश के गजरौला में एक जैकेट कारखाने में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इस आग में एक बाइक समेत लगभग 20 लाख रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर दमकल विभाग और पुलिस मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। कारखाने के स्वामी ने 20 लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, गजरौला। संदिग्ध परिस्थितियों में एक जैकेट कारखाने में आग भड़क गई। इस आग की चपेट में आकर एक बाइक समेत लगभग 20 लाख रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर दमकल विभाग की गाड़ियां भी मौके पर आ गईं। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस भी आ घटनास्थल पर पहुंच गई।
यह है पूरा मामला
घटना फाजलपुर रेलवे फाटक के पास में मुहल्ला चमन बाग में हुई। यहां के रहने वाले परवेज अली का मुहल्ले में ही जैकेट का कारखाना है। शुक्रवार की रात नौ बजे वह एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए गए थे और कारखाना बंद था।
इसी बीच संदिग्ध परिस्थितियों में कारखाने में आग लग गई। धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। कारखाने में आग की लपटें और धुंआ देखकर आसपास के लोगों ने इस घटना के बारे में कारखाने के स्वामी को बताया। वह मौके पर पहुंचे और कारखाने का दरवाजा खोला तो सब कुछ नष्ट हो चुका था।
घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। उन्होंने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना की जानकारी मिलने के बाद थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है। उधर, पीड़ित कारखाने के स्वामी ने 20 लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही है।
तीन किसानों ने जलाया फसल अवशेष, 7500 का जुर्माना
सैटेलाइट ने हसनपुर तहसील क्षेत्र में फसल अवशेष जलने का मामला पकड़ा। इसके बाद तुरंत ही कृषि विभाग के अधिकारियों ने तहसीलदार हसनपुर को अवगत कराया। जिस पर राजस्व व कृषि विभाग की टीम लोकेशन के हिसाब से क्षेत्र के गांव सिरसा गुजर पहुंच गईं। यहां पर उन्होंने जांच पड़ताल की। तीन किसानों ने पत्ती व पराली अवशेष जलाए थे।
उपनिदेशक कृषि रामप्रवेश ने बताया कि तीनों किसानों पर 7500 रुपये का जुर्माना लगाकर वसूल किया गया है। उन्होंने किसानों से अपील की फसल अवशेष प्रबंधन करें। उसको जलाकर वायुमंडल को दूषित न करें। गन्ने की पत्ती व फसल अवशेष गलाने के लिए वेस्ट डिकंपोजर का प्रयोग करें। इच्छुक किसान अपनी पंचायत में कृषि विभाग के कर्मियों से उसको प्राप्त कर सकते हैं। 200 लीटर पानी में दो किलोग्राम गुड़ व दो किलोग्राम किसी भी दाल का बेसन व एक पैकेट डिकंपोजर मिलाकर सुबह-शाम घड़ी की दिशा में घुमाने पर 48 घंटा का घोल तैयार करें और फिर खेत में छिड़काव करें। इससे अवशेष गल जाते हैं।
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