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    बदायूं में ब‍िजली विभाग के 1.22 लाख उपभोक्ताओं ने आज तक जमा नहीं किया बिल, वसूलना होगा मुश्किल

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 04:54 PM (IST)

    बदायूं में भी एक द‍िसंबर से एक मुश्त समाधान योजना लागू हो गई है, लेकिन इस बार भी विद्युत विभाग को बिल वसूलना सामान्य नहीं होगा। हालांकि इस बार मूलधन म ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, बदायूं। एक द‍िसंबर से जिले में एक मुश्त समाधान योजना लागू हो गई है, लेकिन इस बार भी विद्युत विभाग को बिल वसूलना सामान्य नहीं होगा। हालांकि इस बार मूलधन में 25 प्रतिशत की भी छूट प्रदान की जा रही है। इस योजना के तहत कितनी वसूली होगी यह तो आखिर में पता चलेगा लेकिन जो पिछले आंकड़े सामने आए हैं। उससे प्रतीत हो रहा है कि बिल वसूलना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।

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    जिले में 1.22 लाख उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने आज तक अपना बिल ही जमा नहीं किया है। इस दौरान विभाग के कई अभियान भी चले। लोगों के कनेक्शन भी काटे गए लेकिन इन उपभोक्ताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बिल वसूलने की अपेक्षा और बढ़ता चला गया। जिले में करीब डेढ़ लाख उपभोक्ताओं पर 800 करोड़ रुपया लगाया है।


    जिले में विद्युत विभाग के कुल 4,47,472 उपभोक्ता हैं और ये उपभोक्ता लगातार बिजली प्रयोग कर रहे हैं। नियम तो यह है कि प्रत्येक माह उपभोक्ता अपना बिल जमा करें, जिससे न तो उनका बिल एकत्र हो और न ही विद्युत विभाग को कोई कदम उठाना पड़े। सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में बिल वसूल की दिक्कत आती है।

    उसकी एक वजह यह भी है कि ग्रामीण क्षेत्र में न तो समय से बिल पहुंच रहा है और न ही ग्रामीण उपभोक्ता अपना बिल समय से जमा कर हैं। इसकी वजह से उनकी देनदारी बढ़ती चली जा है और फिर उन्हें भी बिल जमा करने में परेशानी हो रही है लेकिन इसके अलावा तमाम उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने आज तक अपना बिल ही जमा नहीं किया है। यह न सिर्फ हैरानी की बात है बल्कि चौंकाने वाली बात है कि विद्युत विभाग के अधिकारी भी उनसे एक माह का बिल जमा नहीं करा पाए।

    इस समय 1,50,299 उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनसे विद्युत विभाग को बिल जमा करना है और उन पर करीब 800 करोड़ रुपये का बिल बकाया है। यह बहुत बड़ी धनराशि है। इसको जमा कराना विद्युत विभाग के लिए सामान्य नहीं होगा। बताया जा रहा है कि पिछले साल करीब 400 करोड़ रुपया बकाया था और उसमें कुछ प्रतिशत ही बिल की वसूली हो पाई थी। इससे विद्युत विभाग के अधिकारियों की कार्य क्षमता पर सवाल खड़े हो गए थे।

    बिल वसूली को लेकर विभाग लंबे समय से जूझ रहा है। यह बात और है कि इस बार लागू एक मुश्त समाधान योजना में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जा रही है। इसमें शायद उपभोक्ता अपना बिल जमा करने में रूचि दिखाएं। हालांकि जिस हिसाब से योजना लागू हुई है। उससे लग रहा है कि इस बार कुछ हद तक बिल की वसूली हो सकती है।

    जिले में लगाए जा रहे हैं 45 कैंप

    योजना के तहत जिले में बिल वसूली के लिए 45 कैंप लगाए गए हैं। सोमवार से लेकर अब तक करीब एक हजार से ज्यादा उपभोक्ता अपना पंजीकरण करवा चुके हैं और उसमें करीब 50 लाख रुपये की वसूली भी हो चुकी है। विभाग के अधिकारियों का दावा है कि लगातार कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। जगह-जगह प्रभात फेरी भी निकाली जा रही है। इससे लोगों पर काफी प्रभाव पड़ रहा है।

     

    जिले में सोमवार से एक मुश्त समाधान योजना लागू हो गई है। अब तक एक हजार से ज्यादा उपभोक्ता अपना पंजीकरण करवा चुके हैं और 50 लाख रुपये का बिल भी वसूला जा चुका है। इस समय करीब डेढ़ लाख उपभोक्ताओं पर आठ सौ करोड़ रुपया बकाया है। 1.22 लाख उपभोक्ताओं ने अब तक अपना बिल ही जमा नहीं किया है लेकिन इस बार बिल जमा होने की अनुमान है।- संजीव कुमार, प्रभारी अधीक्षण अभियंता