तीन लोगों की मौत के बाद बदायूं PWD अभियंताओं पर प्राथमिकी, नायब तहसीलदार बोले-गूगल मैप में भी दिख रहा रास्ता
तीन लोगों की मौत के बाद दातागंज तहसील के नायाब तहसीलदार ने बदायूं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोप है कि अधिकारियों ने पुल के दोनों किनारों पर मजबूत बेरिकेटिंग अवरोधक रिफलेक्टर बोर्ड व रोड के कटे होने के समय से संकेतक आदि नहीं लगवाए। इस लापरवाही के कारण रविवार सुबह एक कार पुल से गिर गई और तीन लोगों की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, बरेली। क्षतिग्रस्त पुल से कार गिरने के बाद तीन लोगों की मृत्यु हो गई। मामला शासन पहुंचा तो प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच गई। आनन फानन में दातागंज तहसील के नायाब तहसीलदार छविराम ने बदायूं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई है।
नायब तहसीलदार ने पुलिस को बताया कि समरेर गांव से फरीदपुर को जाने को रामगंगा पर पुल बनाया गया जिसका एप्रोच मार्ग कट गया और लंबे समय से कटा हुआ चल रहा है। इस बारे में उन्होंने बदायूं के लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता मोहम्मद आरिफ, अभिषेक कुमार व अवर अभियंता अजय गंगवार और महाराज सिंह को बताया था।
आरोप है कि आरोपित यह बात जानते भी थे कि यह अगर कोई वाहन स्वामी इस पुल पर होकर गुजरेगा तो उसके साथ कोई बडी घटना हो सकती है।
पुल से गिरी कार।
नहीं लगाए गए संकेतक
आरोप है अधिकारियों ने जानबूझकर पुल के दोनों किनारों पर मजबूत बेरिकेटिंग, अवरोधक, रिफलेक्टर बोर्ड, व रोड के कटे होने के समय से संकेतक आदि नहीं लगवाए। केवल एक पतली दीवार लगी थी जो अज्ञात लोगों ने तोड़ दी। उन्होंने बताया कि गूगल मैप में भी ये रोड बिना किसी अवरोध के दिखा रहा है। आरोप है कि यही कारण रहा कि अधिकारियों की लापरवाही से रविवार सुबह एक कार पुल से गिरी और तीन लोगों की मृत्यु हो गई। मामले में पुलिस ने चारों अभियंताओं के विरुद्ध प्राथमिकी लिख ली है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।