गाजियाबाद में धड़ाधड़ हो रही प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री, एक दिन में 462 लोगों को मिला मालिकाना हक
Ghaziabad Property Registry गाजियाबाद में अधिवक्ताओं की हड़ताल के बाद मंगलवार को तहसील में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री का काम शुरू हो गया है। मंगलवार को एक दिन में 462 संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई। वहीं विदेश से आए लोगों ने रजिस्ट्री कराई और वापस चले गए। कुछ लोगों ने पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाई। इसके अलावा निबंधन कार्यालय में विवाह का पंजीकरण कराने वालों की भीड़ रही।
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद। Ghaziabad Property Registry मैं कनाडा में रहता हूं, मेरा वसुंधरा में एक फ्लैट है, जिसकी रजिस्ट्री नहीं हुई थी। कई दिन से रजिस्ट्री कराने के लिए प्रयास कर रहा था, तहसील में अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण रजिस्ट्री बंद होने के कारण परेशानी हो रही थी, फिर भी इस उम्मीद में मैं कनाडा से तीन दिन पहले भारत आया और यहां पर एक होटल में रुका।
संपत्ति की रजिस्ट्री कराने के बाद भरी विदेश की उड़ान
सोमवार को तहसील आया, लेकिन हड़ताल के कारण रजिस्ट्री नहीं हो सकी, अब मुझे वापस कनाडा जाना है और कल ड्यूटी ज्वाइन करनी है। शुक्र है कि आज हड़ताल खत्म हो गई और मेरे फ्लैट की रजिस्ट्री हो गई, अब मैं कनाडा वापस जा सकता हूं। यह कहना है मंगलवार को रजिस्ट्री कराने के लिए तहसील पहुंचे आशुतोष दत्त का।
निबंधन कार्यालय में विवाह का पंजीकरण करवाने आए दंपत्ति। फोटो- जागरण
अधिवक्ताओं की हड़ताल से परेशान हो रहे थे लोग
इस तरह कई अन्य लोग भी हैं, जो छुट्टी लेकर विदेश से गाजियाबाद आए थे, यहां पर उनको संपत्ति की रजिस्ट्री करानी थी, लेकिन पांच नवंबर से अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण वे परेशान हो रहे थे, मंगलवार को सात दिन के बाद तहसील में संपत्ति की रजिस्ट्री का कार्य शुरू हुआ तो उन्होंने संपत्ति की रजिस्ट्री कराई और वापस विदेश गए।पावर ऑफ अटार्नी कराने वालों की संख्या भी बढ़ी
इनके अलावा विदेश से गाजियाबाद आए कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो किसी कारण संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं करा सके। उनको विदेश जाना आवश्यक था, ऐसे में उन्होंने अपने परिवार के लोगों के नाम पावर ऑफ अटार्नी कर दी है।अधिवक्ता अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि ऐसा करने से अब भले ही खरीदार यहां पर न रहे, लेकिन संपत्ति उनके नाम पर पावर ऑफ अटार्नी के माध्यम से उनके करीबी खरीद सकेंगे, हड़ताल के कारण पावर ऑफ अटार्नी कराने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
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