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यूपी के सभी जिलों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दिया भरोसा

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने किसानों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संतुलित मात्रा में ही उर्वरक का प्रयोग करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बोर पर लिखे दाम से अधिक रुपये किसानों से न लिए जाएं।

By Rajnish Kumar Tripathi Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 17 Nov 2024 10:45 AM (IST)
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गोरखपुर में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही। जागरण
जागरण सवाददाता, गोरखपुर। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में कोई संकट नहीं है। कहा कि आवश्यक मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। यूक्रेन-इजरायल युद्ध के कारण खाद समय से पहुंचने में दिक्कत हुई, बावजूद प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार किसानों को खाद उपलब्ध करा रही है।

कृषि मंत्री शनिवार को सर्किट हाउस सभागार में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर मण्डल में साधन साधन सहकारी समितियों पर पांच हजार 424 टन डीएपी और एनपीके वितरण के लिए उपलब्ध कराया जा चुका है। निजी क्षेत्र में 27 हजार 568 टन उर्वरक उपलब्ध और वितरित किए जा रहे हैं।

2.50 लाख टन से अधिक फास्फेटिक उर्वरक उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि किसानों की सहूलियत के लिए निजी क्षेत्र को दी जाने वाली खाद से 30 फीसदी साधन सहकारी समितियों को उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

6.89 लाख क्विंटल आधारीय एवं प्रमाणित बीज 50 फीसदी छूट पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इन बीज के वितरण से किसानों के बीच सरकार 410 करोड़ का अनुदान वितरित करेगी। उन्होंने गोरखपुर समेत प्रदेश के किसानों से अपील किया कि वे लखनऊ में चल रहे कृषि महाकुंभ में जरूर जाए। वहां उन्हें 19 नवंबर तक चलने वाले कृषि कुम्भ में कृषि क्षेत्र की उन्नत तकनीक, शोध और नवाचार को जानने और समझने का मौका मिलेगा।

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उप चुनाव में नौ सीटें जीतेगी भाजपा

प्रदेश में चल रहे उप चुनाव पर बोलते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उप चुनाव में भाजपा सभी नौ की नौ सीटे जीतेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेर रहा था, उसके पूर्व विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेर रहा था। लेकिन उप चुनाव बाद वे बिखर जाते हैं।

सूबे का पहला बीज पार्क अटरी में बनेगा: सूर्य प्रताप शाही

मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ की अगुवाई वाली सरकार किसानों के हित में लखनऊ के अटारी में 200 एकड़ में बीज पार्क की स्थापना करेगी। सूबे का पहला बीज पार्क लखनऊ के अटारी में 200 एकड़ में पीपीपी मोड पर बनाया जाएगा।

सरकार की मंशा सूबे के नौ कृषि जलवायु क्षेत्रों में होने वाली फसलों के मद्देनजर कुल पांच बीज पार्क बनाने की है। ये बीज पार्क वेस्टर्न जोन, तराई जोन, सेंट्रल जोन, बुंदेलखंड और ईस्टर्न जोन में पीपीपी माडल पर बनाए जाएंगे। रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) की प्रक्रिया चल रही है।

सूर्य प्रताप शाही, शनिवार को गोरखपुर के सर्किट हाउस सभागार में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर साल 50 लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता होती है। 30 लाख क्विटल बीज प्रदेश में ही उत्पादित होता है। शेष 20 लाख क्विंटल बाहर से मंगाते हैं। हाइब्रिड बीज उत्पादन सूबे में हो ही नहीं सकता, उसके लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता मजबूरी है।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही। जागरण


कहा कि सरकार की मंशा है कि किसानों को राज्य में ही उत्पादित बीज उपलब्ध कराएं। इससे दूसरे राज्यों पर बीज की निर्भरता खत्म होने के साथ उत्पादन में भी सुधार होगा। किसान गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन से जुड़ेंगे जिससे उनकी आय में भी इजाफा होगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हैदराबाद का दो बार दौरा कर वहां बीज उत्पादन से जुड़ी निजी कंपनियों से वार्ता भी की है। वे लखनऊ आए और बीज पार्क की योजना में शामिल हों।

प्रदेश सरकार को हर साल करीब 3000 करोड़ रुपये बाहर के बीज में खर्च करने पड़ते हैं। सभी फसलों के हाइब्रिड बीज तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से आते हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार गेहूं के 22 फीसदी, धान के 51 फीसदी, मक्का के 74 फीसदी, जौं के 95 फीसदी, दलहन के 50 फीसदी और तिलहन के 52 फीसदी बीज गैर राज्यों से आते हैं। .

बीज पार्क से यह होगा फायदा

बीज पार्क से सालाना 3000 करोड़ रुपये की बचत होगी। प्लांटवार अतिरिक्त निवेश मिलेगा। प्लांट से लेकर लाजिस्टिक लोडिंग, अनलोडिंग, परिवहन में स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा. सीड रिप्लेसमेंट दर (एसएसआर) में सुधार दिखेगा। इस सब का उत्पादन में 15 से 20 फीसदी का इजाफा होगा।

किसानों को निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराएं खाद कृषि मंत्री

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शनिवार को गोरखपुर के पिपरौली एवं कौड़ीराम के साघन सहकारी समितियों एवं आइएफएफडीसी और उर्वरक केंद्र का औचक निरीक्षण किया। दावा किया कि गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है।

उन्होंने अपील करते हुए किसानों से कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। संतुलित मात्रा में ही उर्वरक का प्रयोग करें। अधिकारियों को निर्देशित किया कि बोर पर लिखे दाम से अधिक रुपये किसानों से न लिया जाए। इसे सुनिश्चित कराते हुए शिकायत मिलने पर कार्रवाई करें। सर्किट हाउस गोरखपुर से निकले कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही विकास खंड पिपरौली में बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति बी पैक्स बाघागाड़ा का औचक निरीक्षण करने पहुंचे।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही। जागरण


उन्होंने यहां उर्वरक वितरण और उपलब्धता की जानकारी ली। निर्देशित किया कि वितरण में किसान को किसी तरह की कोई असुविधा न हो। यहां उपस्थित किसानों से बातचीत कर उन्हें यूरिया और डीएपी का संतुलित इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए वैकल्पिक उर्वरकों का उपयोग करना जरूरी है। ताकि मिट्टी और पर्यावरण की गुणवत्ता बनी रहे।

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पिपरौली में ही उन्होंने आइएफएफडीसी बाघागाड़ा, आइएफएफडीसी ककराखोर और हरीश पाण्डेय उर्वरक केंद्र का औचक निरीक्षण कर उर्वरक के वितरण और उपलब्धता की जानकारी ली। उसके बाद कौड़ीराम के बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति बी पैक्स भीटी का औचक निरीक्षण किया।

मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ओवरेटिंग, टैगिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ई-पाश मशीन पर अंगूठा लगा कर ही खाद का वितरण सुनिश्चित किया जाए। कृषि मंत्री के साथ संयुक्त कृषि निदेशक डा अरविंद सिंह समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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