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Wedding Muhurat: शहनाइयों की गूंज से गुलजार होंगे शहर, जानिए कब है पहला शुभ मुहूर्त

Wedding Season उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर में शादी की शहनाइयाँ फिर से गूंज उठी हैं। चातुर्मास के बाद विवाह का शुभ मुहूर्त आ गया है। 17 नवंबर से शुरू हो रहे विवाह मुहूर्तों में 17 22 24 25 26 व 28 नवंबर को मैरिज हाल फुल हो चुके हैं। इस बार की शादी में क्या खास है जानिए इस खबर में।

By Gajadhar Dwivedi Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 17 Nov 2024 03:15 PM (IST)
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आज से शादी का शुभ मुहूर्त शुरू हो रहा है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। चातुर्मास (चार माह- अषाढ़, सावन, भाद्रपद, आश्विन) के बाद विवाह की शुभ बेला आ गई है। रविवार से शहनाई गूंजेगी। चार माह से लग्न-मुहूर्त की प्रतीक्षा कर रहे जोड़े जीवन की नई पारी शुरू करेंगे। उत्सव व उल्लास का वातावरण है। तैयारी पूरी हो चुकी है।

नवंबर में छह दिन लग्न बहुत तेज है। 17, 22, 24, 25, 26 व 28 नवंबर को मैरिज हाल फुल हो चुके हैं। लगभग सभी बैंड बाजे भी बुक हैं। दिसंबर में केवल चार दिन- 02, 04, 09 व 10 को लग्न तेज है। इन दिनों में बुकिंग अभी से फुल है।

पं. शरदचंद्र मिश्र व जोखन पांडेय शास्त्री ने बताया कि विवाह का पहला मुहूर्त 17 नवंबर को है। इसके बाद 15 दिसंबर तक कुल 17 दिन बैंडबाजा-बरात के नाम होंगे। फिर खरमास लग जाएगा और इसके साथ ही शहनाइयों के स्वर शांत हो जाएंगे।

पुन: संक्रांति के बाद 16 जनवरी से लग्न शुरू होगी और 12 मार्च तक कुल 32 तिथियां शुभ विवाह के लिए अच्छी होंगी। नवंबर-दिसंबर और जनवरी-मार्च तक कुल 49 दिन बैंडबाजा और शहनाइयों की गूंज शहर भर में सुनने को मिलेगी। इसे लेकर ज्यादातर मैरिज हाल, होटल बुक हैं। विवाह की तैयारी तेज हो गई है।

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विवाह मुहूर्त

  • नवंबर- 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 28
  • दिसंबर- 02, 03, 04, 05, 09, 10, 11, 14, 15
  • जनवरी 2025- 16, 17, 18, 19, 21, 22, 24, 26
  • फरवरी 2025- 02, 03, 06, 07, 08, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 20, 21, 22, 23, 24, 25
  • मार्च 2025- 01, 02, 03, 06, 07, 11, 12
नोट- इसमें दिवा और रात्रि लग्न दोनों है। भद्रा और मृत्युबाण का अवलोकन करने के बाद ही तिथि तय करें।

ज्योतिषाचार्य पं. शरदचंद्र मिश्र ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी से लेकर कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चार माह को चातुर्मास कहा जाता है। यह भगवान के शयन का समय होता है। कार्तिक शुक्ल एकादशी को देव का जागरण हो गया है। 17 नवंबर को पहला विवाह मुहूर्त है।

ज्योतिषाचार्य डा. जोखन पांडेय शास्त्री ने बताया कि लग्न शुरू हो गई है। नवंबर में छह व दिसंबर में चार तिथियों में लग्न बहुत तेज है। इन दिनों में पुरोहित भी खोजने से नहीं मिल रहे हैं। लेकिन सभी यजमानों की व्यवस्था कराई जा रही है, ताकि विवाह सकुशल संपन्न हो सके। किसी को दिक्कत न हो।

बैंड बाजा पार्टी संचालक संजीव गुप्ता ने बताया कि इस बार की लग्न भी पिछले साल की तरह ही है। चातुर्मास में तो धंधा एकदम बंद रहता है। 17 से लग्न शुरू हो रही है तो उम्मीद बढ़ी है। 22 व 24 को लग्न बहुत तेज है। मेरी चारों बैंड पार्टियां बुक हो चुकी हैं। इन तिथियों में बुकिंग बंद हो गई है।

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बैंड बाजा पार्टी संचालक अनिल जायसवाल ने बताया कि नवंबर में ही लग्न ज्यादा है। चार तिथियों- 22, 24, 25 व 28 को बैंड बाजा की बुकिंग फुल है। अब डीजे आ जाने से हम लोगों के सामने दिक्कतें बढ़ी हैं। फिर भी बैंड बाजा के प्रति लोगों का आकर्षण खत्म नहीं हुआ। इसलिए पार्टियां संचालित कर रहे हैं।

मैरिज हाल एसोसिएशन अध्यक्ष एसए रहमान ने बताया कि अब मैरिज हाल बहुत ज्यादा खुल गए हैं। साथ ही एक चलन बढ़ा है कि बड़े लोग अयोध्या व लखनऊ में जाकर विवाह कर रहे हैं। पहले नवंबर 15 दिन मैरिज हाल बुक होते थे, अब 10-12 दिन होते हैं। 17, 22, 25, 26 व 28 को लगभग सभी मैरिज हाल बुक हैं।

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