Gorakhpur News: दो बच्चियों की हत्या पर कोस रहे लोग, मासूमों को मारते समय क्यों नहीं कांपा बिंदु का हाथ
गोरखपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने झकझोर कर रख दिया है। बिंदु नाम की एक महिला ने अपनी छह साल की बेटी नैना और तीन साल की भतीजी शीतल की हत्या कर दी और फिर खुदकुशी करने की कोशिश की। इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है और लोग यही सवाल कर रहे हैं कि मासूमों को मारते समय बिंदु का हाथ क्यों नहीं कांपा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। चक्सा हुसैन स्थित मकान पर साफ-सफाई चल रही थी। खुशवन की बेटी शीतल बाबा और अपनी मां सरिता को परेशान कर रही थी। डांटने पर वह रोने लगती, फिर मां उसे शांत कराती तो वह फिर शरारत करने लगती।
परेशान होकर बाबा ने छोटी बहू से कहा बड़ी बहू बिंदू के साथ भेज दो। पार्वती कालोनी स्थित मकान पर जाकर वह बड़ी पोती नैना के साथ खेलेगी। लेकिन यह किसी को नहीं मालूम था कि वहां जाने के बाद ऐसी घटना हो जाएगी।
बिंदु द्वारा उठाए गए इस कदम को सोचकर हर कोई कोस रहा कि बच्चियों को मारते समय उसके हाथ क्यों नहीं कांपे। फंदे से लटकते समय दोनों मासूम मां-मां चिल्लाई होंगी, इसके बाद भी बिंदु की ममता क्यों नहीं जागी।
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बाबा शिव प्रसाद चौहान फफक कर रोते हुए बोले अगर उन्हें मालूम होता कि उनकी बड़ी बहू दोनों पोतियों का मार डालेगी तो वह शीतल को उसके साथ नहीं जाने देते। बच्चियों की बुआ नेहा भी रोते हुए लोगों से कह रही थी कि जब उसे सूचना मिली की उसकी भाभी ट्रेन से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गई है तो वह सदमे में चली गई। दौड़ते हुए वह मौके पर गई लेकिन उसे नहीं पता था कि उसकी भाभी भतिजियों की हत्या करके खुदकुशी की कोशिश करने गई थी।
दो बार में दोनों को फंदे से लटकाया
बिंदु ने बेटी नैना और भतीजी शीतल को दो बार में फंदे से लटकाया। पुलिस की जांच में कमरे के छत की कुंडी से लटके दो अलग-अलग फंदे मिले। जिसके बाद पुलिस ने आशंका जताई कि बिंदु ने बारी-बारी से दोनों को फंदे से लटका कर मारा है। इसके बाद फंदे को काटकर उन्हें नीचे उतारा और बिस्तर पर लिटाया। दोनों के गले में बंधा हुआ फंदा भी बरामद हुआ।
एलकेजी में पढ़ती थी नैना
बिंदु की छह वर्षीय बेटी नैना घर के पास में स्थित एक कान्वेंट स्कूल में एलकेजी में पढ़ती थी। वहीं भतीजी शीतल अभी पढ़ने नहीं जाती थी। पुलिस की पूछताछ में घर वालों ने बताया कि आरोपित बिंदु मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, पहले भी वह तीन बार खुदकुशी की कोशिश कर चुकी है। उसका उपचार चल रहा था। लेकिन जब पुलिस ने डाक्टर की पर्ची मांगी तो घर वाले नहीं दे सकें।
पलंबर का काम करता है परिवार
शिव प्रसाद चौहान के दोनों बेटे रवि और खुशवन पलंबर का काम करते हैं। रवि हैदाराबाद रहकर तो खुशवन घर रहकर पिता के साथ काम करता है। देर शाम घर वालों से घटना की सूचना पाकर रवि घर के लिए निकल लिया है।
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आधार कार्ड से हुई बिंदु की पहचान
नकहा रेलवे स्टेशन पर खुदकुशी करने गई बिंदु की पहचान आधार कार्ड से हुई थी। राहगिरों की सूचना के बाद पुलिस जब मौके पर पहुंची तो घटना स्थल के कुछ ही दूरी पर बिंदु के आधार कार्ड समेत अन्य कागजात मिले। जिसके बाद फोटो का मिलान करते हुए पुलिस ने उसकी पहचान कर घर वालों को सूचित किया।