गोरखपुर के आधा दर्जन कालोनियों की बदलेगी सूरत, तैयार हो रहा जलनिकासी का प्लान
गोरखपुर में ग्रीन सिटी कालोनी रसूलपुर अजयनगर अंधियारीबाग सुभाषचंद्र बोस नगर सूरजकुंड एवं सिधारीपुर आदि मोहल्लों में की सूरत बदलने जा रही है। इन मोहल्लों से जलजमाव की समस्या के स्थाई समाधान की योजना तैयार हो रही है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ग्रीन सिटी मोहल्ले में बरसात के समय जलभराव से होने वाली समस्या के निजात के लिए बनाए गए करीब 33 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को शासन से हरी झंडी मिल चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब गोरखनाथ मंदिर के अगल-बगल एवं पीछे की कालोनियों से भी जलभराव की समस्या स्थायी रूप से दूर करने के लिए प्रस्ताव तैयार हो रहा है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जीडीए के अधिशासी अभियंता किशन सिंह एवं नगर निगम के जोनल अधिकारी/सहायक नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने रसूलपुर, अंधियारी बाग आदि मोहल्लों का निरीक्षण किया।
रसूलपुर, सूरजकुंड सहित आधा दर्जन मोहल्लों से जलनिकासी का तैयार होगा प्लान
बरसात के समय ग्रीन सिटी, रसूलपुर, अजयनगर, अंधियारीबाग, सुभाषचंद्र बोस नगर, सूरजकुंड एवं सिधारीपुर आदि मोहल्लों में जलभराव हो गया था। ग्रीन सिटी एवं रसूलपुर में स्थिति काफी खराब थी। बरसात बीतने के बाद ग्रीन सिटी से जलभराव खत्म करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई। इसपर करीब 33 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। 10 किलोमीटर अंडरग्राउंड नालियां बनाई जाएंगी। आरसीसी सड़क का निर्माण होगा। दो बड़े नालों को और बेहतर बनाया जाएगा। आरपीएम स्कूल के पास नए पंपिंग स्टेशन का निर्माण होगा। इस प्रस्ताव को शासन की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही आदेश भी जारी कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्रीन सिटी के साथ रसूलपुर एवं अन्य मोहल्लों में भी जलनिकासी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
जीडीए के प्रस्ताव पर डीएम ने लगाई मुहर
जीडीए उपाध्यक्ष प्रेमरंजन सिंह ने रसूलपुर व अन्य मोहल्लों में जलनिकासी की व्यवस्था करने के लिए कार्ययोजना बनाने का प्रस्ताव रखा। जिलाधिकारी की ओर से भी इसपर सहमति दे दी गई है। जीडीए के अधिशासी अभियंता किशन सिंह द्वारा रसूलपुर, सूरजकुंड सहित आधा दर्जन मोहल्लों में जलनिकासी की कार्ययोजना बनाई जा रही है। बुधवार को उन्होंने नगर निगम के जोनल अधिकारी, पुराना गोरखपुर एवं अंधियारीबाग के पार्षदों के साथ इन मोहल्लों का निरीक्षण कर जलभराव वाले क्षेत्रों को देखा। किस तरह से जलनिकासी की व्यवस्था की जा सकती है, इसका अध्ययन भी किया गया।
किशन सिंह ने बताया कि ग्रीन सिटी की तरह यहां भी अंडरग्राउंड नालियां आदि बनाई जाएंगी। सुभाषचंद्र बोस नगर एवं बसियाडीह में संचालित पंपिंग स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इस योजना से हजारों लोगों को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि शहर में जलनिकासी को लेकर प्लान तैयार करने वाली फर्म जियोनो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के तकनीकी विशेषज्ञ भी प्रस्ताव बनाने में सहयोग करेंगे।
ग्रीन सिटी में जल निकासी की विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा चुकी है। उसे शासन से सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल चुकी है। अब रसूलपुर, सूरजकुंड, अजय नगर, सुभाषचंद्र बोस नगर, अंधियारीबाग आदि मोहल्लों के जलनिकासी को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जीडीए यह कार्ययोजना जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएगा। जिला प्रशासन द्वारा इसे शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। - प्रेम रंजन सिंह, उपाध्यक्ष जीडीए।

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