Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर में फर्जी IAS गौरव कुमार की मुश्किलें बढ़ीं, युवती ने दर्ज कराई शिकायत

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 08:03 AM (IST)

    गोरखपुर में फर्जी आईएएस गौरव कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक युवती ने शिकायत दर्ज कराई है कि गौरव ने खुद को आईएएस बताकर शादी का झांसा दिया और उसे ठगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जिसमें उसके सहयोगियों की तलाश भी शामिल है। गौरव पर पहले भी धोखाधड़ी के आरोप हैं और पुलिस सभी मामलों को जोड़कर जांच कर रही है।

    Hero Image

    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। फर्जी आइएएस गौरव कुमार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को शिकायत लेकर पुलिस कार्यालय पहुंची युवती ने बताया कि गौरव कुमार ने शादी करने का झांसा देकर ठगा है।खुद को 2022 बैच का आइएएस अधिकारी बता उसने नजदीकी बढ़ाई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    युवती ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि दो माह पहले इंटरनेट मीडिया पर एक व्यक्ति से उसकी पहचान हुई, जिसने खुद को आइएएस गौरव कुमार (2022 बैच) बताया। बातचीत के दौरान उसने कई सरकारी योजनाओं, विभागीय ठेकों और नियुक्तियों की बात की।

    उसने युवती से कहा कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय व शिक्षा मंत्रालय से जुड़ा है।धीरे-धीरे बातचीत बढ़ने पर गौरव ने शादी का प्रस्ताव दे दिया। उसने कई बार वीडियो काल पर खुद को सरकारी दफ्तर के बैकग्राउंड में दिखाया।लाल-नीली बत्ती लगी गाड़ियां दिखाकर यह भरोसा दिलाया कि वह आइएएस अधिकारी है।युवती ने बताया कि रविवार की रात में अज्ञात नंबर से काल कर गौरव ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उसके विरुद्ध साजिश हो रही है।

    जब उसने इंटरनेट मीडिया पर गौरव कुमार के नाम से खोजबीन की तो पता चला कि इस नाम का कोई आइएएस अधिकारी नहीं है।युवती ने पुलिस को जालसाज मोबाइल फोन नंबर, चैट और काल रिकार्ड अपने कब्जे में ले लिए हैं।

    एसपी सिटी अभिनव त्यागी के अनुसार फर्जी आइएएस गौरव कुमार के विरुद्ध नई शिकायत दर्ज की गई है।काल डिटेल, मोबाइल लोकेशन और इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल के जरिए उसकी गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है। चार टीमें उसकी तलाश में लगी हैं।

    यह भी पढ़ें- UP के सबसे खतरनाक AK-47 गैंग के दो सदस्य और एक अपचारी गिरफ्तार, कई जा चुके हैं जेल

    सहयोगियों संग अंडरग्राउंड, मोबाइल बंद
    फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद गौरव कुमार और उसके सहयोगी अंडरग्राउंड हो गए हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी के साथ तीन अन्य लोग इस नेटवर्क में शामिल हैं, जो उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल और आनलाइन ठगी में सहयोग करते थे।

    जांच में पता चला है कि गौरव ने बीआरडी मेडिकल कालेज के पास एक मकान किराए पर लिया था।फिलहाल मकान पर ताला बंद है और पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की है।गौरव कुमार का संपर्क मोकामा के व्यापारी मुकुंद माधव से भी था, जो शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पर 99.9 लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था। पुलिस अब दोनों मामलों को जोड़कर ठगी के नेटवर्क की तहकीकात कर रही है।