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    गोरखनाथ में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू, क्षतिग्रस्त डायवर्जन रास्तों का काम तीन माह में होगा पूरा

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 04:33 AM (IST)

    गोरखनाथ में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। इस परियोजना के तहत, क्षतिग्रस्त डायवर्जन रास्तों को तीन महीने में ठीक किया जाएगा। इस सीवर लाइन परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में स्वच्छता और जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाना है।

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    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। अमृत 2.0 कार्यक्रम के तहत हुमायूंपुर तिराहा से जगेश्वर पासी चौराहा होते हुए गोरखनाथ थाने तक ट्रेंचलेस विधि से सीवर लाइन बिछाने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया। ट्रैफिक विभाग द्वारा डायवर्जन लागू किए जाने के बाद जल निगम (नगरीय) की टीम ने गोरखनाथ थाने से जगेश्वर पासी चौक जाने वाली अंसारी रोड पर वजीराबाद मोड़ और बागवाली मस्जिद के पास करीब छह मीटर गड्ढे की खुदाई बैकहो लोडर से शुरू कर दी।

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    काम शुरू होते ही डायवर्जन मार्गों पर मार्गदर्शक पट्टिकाएं लगा दी गई हैं, ताकि वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से सुगमता से निकाला जा सके। उधर, सीवर लाइन बिछाने से क्षतिग्रस्त हुए मार्गों की मरम्मत के लिए जीएसबी डालकर सुधार कार्य भी तेज कर दिया गया है। शुक्रवार को जल निगम नगरीय के अधिशासी अभियंता पंकज कुमार तथा स्थानीय पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने मौके पर पहुंचकर खुदाई व मरम्मत कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने श्रमिकों और सुपरवाइजरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और कार्य की गति बढ़ाने को कहा।

    अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से सहयोग की अपील करते हुए आश्वस्त किया कि तीन माह के भीतर पूरा सीवर निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा, जिससे क्षेत्र में सीवर लाइन कनेक्टिविटी मजबूत होगी और जलनिकासी की समस्या दूर होगी। कार्यदायी संस्था जल निगम का दावा है कि ट्रेंचलेस विधि से सड़क को न्यूनतम नुकसान पहुंचाते हुए तेजी से सीवर लाइन बिछाई जाएगी, जिससे यातायात और स्थानीय निवासियों को कम से कम असुविधा होगी।

    ट्रेंचलेस विधि

    ट्रेंचलेस विधि एक ऐसी भूमिगत निर्माण तकनीक है, जिसमें मुख्य सड़क या जमीन को खोदे बिना पाइपलाइन स्थापित की जाती है। इस विधि में पुराने पाइपों को बदलने या नए पाइपों को डालने के लिए पारंपरिक खुदाई के बजाय, कुछ छोटे-छोटे छेद बनाए जाते हैं और फिर एक खोखले रास्ते या सुरंग के माध्यम से पाइप को डाला या रिपेयर किया जाता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे ट्रैफिक बाधित नहीं होता और सड़कें सुरक्षित रहती हैं, जिससे जनता को कम परेशानी होती है।

    घोषित डायवर्जन मार्ग 

    1. - गोरखनाथ थाने के पीछे की सड़क से जाहिदाबाद रोड होते हुए गोरखनाथ मंदिर के गेट नंबर 2 तक।
    2. - यूनियन बैंक एटीएम से जनप्रिय विहार कालोनी, शिव मंदिर, जमुनिया बाग होते हुए जाहिदाबाद रोड तक।
    3. - जगेश्वर पासी चौराहा से खरे चौक होते हुए गोरखनाथ ओवरब्रिज तक।
    4. - बैंक आफ बड़ौदा ग्राहक सेवा केंद्र से सिंधी कालोनी रोड होते हुए गोरखनाथ रोड तक।
    5. - अमर हैंडलूम सेंटर, यादव टोला से हाजी फार्म हाउस और सिंधी कालोनी रोड होकर गोरखनाथ रोड तक।