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UP News: गंगा का रौद्र रूप बरकरार, हरदोई में रामगंगा-गंभीरी से कटियारी के 40 गांवों का संपर्क कटा

यूपी के हरदोई ज‍िले में गंगा का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान 137.10 से ऊपर 137.25 मीटर पर बना हुआ है। रामगंगा में भी 12 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा जिससे रामगंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़कर 137.35 मीटर पर पहुंच गया है। जल स्तर से देखें तो गर्रा शांत हो गया है लेकिन गंगा का रौद्र रूप बरकार है।

By sushant singh Edited By: Vinay Saxena Updated: Sat, 21 Sep 2024 09:02 AM (IST)
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बिलग्राम क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने के बाद गांव के अंदर नाव से जाते लोग। जागरण

संवाद सूत्र, बिलग्राम-हरपालपुर (हरदोई)। नदियों का जल स्तर कम ज्यादा हो रहा है, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं। जल स्तर में देखें तो गंगामें नरौरा बांध से 99 हजार क्यूसेक, बिजनौर बैराज से 63 हजार क्यूसेक व हरिद्वार बांध से 72 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गंगा का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान 137.10 से ऊपर 137.25 मीटर पर बना हुआ है। रामगंगा में भी 12 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा, जिससे रामगंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़कर 137.35 मीटर पर पहुंच गया है। जल स्तर से देखें तो गर्रा शांत हो गया है, लेकिन गंगा का रौद्र रूप बरकार है।

गंगा के बढ़ रहे जल स्तर से प्रभावित क्षेत्रों में परेशानी ग्रामीणों के पास विधायक एवं जिलाधिकारी ने पहुंच कर उन्हें संबल दिया। ग्रामीणों की परेशानी समझी, समस्याओं के स्थाई समाधान का आश्वासन दिया, राहत सामग्री वितरित की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित ग्राम पंचायत के लेखपाल, सचिव के साथ आपदा राहत के जिम्मेदारों को प्रभावित क्षेत्रों में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। बीमारों को चिकित्सीय सुविधा एवं पशुओं के लिए चारा व भूसा प्रबंध के निर्देश भी जारी किए।

व‍िधायक और डीएम को देखकर उत्‍साह‍ित हुए ग्रामीण 

बाढ़ से प्रभावित कटरी बिछुइया, चिरंजी पुरवा व मक्कू पुरवा में अचानक स्टीमर से पहुंचे अपने क्षेत्रीय विधायक आशीष सिंह आशू एवं जिलाधिकारी मंगला प्रसाद को देख कर ग्रामीण उत्साहित हो गए। विधायक एवं जिलाधिकारी ने बाढ़ की स्थिति देखी, लोगों से वार्ता कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली तथा अपने सामने ही बाढ़ राहत किट का वितरण कराया। लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई, जिन लोगों के पास खाना बनाने की व्यवस्था नहीं थी, उन्हें पका पकाया भोजन उपलब्ध करवाया गया।

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बीमार लोगों को तत्काल दवा उपलब्ध करवाने, पशुपालन विभाग को पशुओं के लिए भूसा एवं चारा का पर्याप्त प्रबंध रखने के निर्देश दिए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पशुओं के बीमार होने पर तत्काल इलाज करवाने को कहा। विधायक और जिलाधिकारी के साथ पहुंचे प्रशासनिक अमले एवं चिकित्सकों की टीम को देख कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों ने संतोष जताया।

विधायक एवं जिलाधिकारी ने आश्वस्त करते हुए कहा बाढ़ प्रभावितों की पूरी सहायता की जाएगी। बताया शनिवार से गंगा के जल स्तर में कमी आना शुरू होगा। एसडीएम बिलग्राम राकेश सिंह, तहसीलदार अमित कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. एके सिंह, जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं दूसरी तरफ कटियारी इलाके में बाढ़ की विभीषिका अभी कम नहीं हुई है।

40 से अधि‍क गांवों का संपर्क कटा

गंगा के साथ ही रामगंगा एवं गंभीरी नदियों के पानी से अभी भी 40 से अधिक गांवों का संपर्क कटा है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने के कारण प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है। विकराल हुई बाढ़ का पानी अभी भी अरवल थाना परिसर में भरा हुआ है। अरवल तथा दहेलिया गांव में पानी भरने के कारण बैंक आफ इंडिया की शाखाओं को बंद कर दिया गया है।

बाढ़ से प्रभावित गांव के लोगों की परेशानी समझने एवं राहत सामग्री पहुंचाने के लिए क्षेत्रीय विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू तथा सांसद जयप्रकाश रावत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र दहेलिया,अरवल, बेहटा मुड़िया, सुदनीपुर,श्रीमऊ तथा जिगनी गांव का दौरा किया।  एसडीएम संजय कुमार अग्रहरि, तहसीलदार राजेश कुमार पटेल, अरवल थाना अध्यक्ष सोमपाल गंगवार, चिकित्सा अधीक्षक डा. आनंद पांडे, पूर्ति निरीक्षक अशोक द्विवेदी उपस्थित रहे।

इनसेट गांव-मजरे जलमग्न, घरों के अंदर पहुंचा पानी बाढ़ प्रभावित गांव छंगापुरवा, बरगदापुरवा, टपुआ, चंद्रमपुर, निकामदपुर तथा खसौरा ग्राम पंचायत के अधिकांश मजरे जल मग्न हो गए है। बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। अधिकांश लोग घरों की छतों पर रहने को मजबूर हैं। कई दिनों से घरों में पानी भरने के कारण लोगों के सामने खाने पीने का व पशुओं के लिए भूसा चारा का संकट उत्पन्न होने लगा है।

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