अगर आपके पास है बिजनेस का नायाब प्लान तो तुरंत करें आवेदन और पाएं 15 लाख रुपये की ग्रांट, यहां जानें सबकुछ
एमएसएमई पहले भी दो बार हैकथॉन आइडिया योजना ला चुका है तब इसमें सभी के लिए आवेदन करने का मौका था। इस बार यह मौका सिर्फ महिलाओं के लिए है। इसमें महिला उद्यमी छात्राएं व अन्य महिलाएं अपने आइडिया पोर्टल पर आवेदन के साथ अपलोड कर सकती हैं। योजना में चुने गए आइडिया प्रदाता को पूरे 15 लाख रुपये की ग्रांट मिलेगी।
कानपुर, जागरण संवाददाता: एमएसएमई मंत्रालय महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे लाने के लिए आइडिया हैकथॉन 3.0 योजना लाया है। इस योजना में शामिल होने के लिए 11 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। महिला उद्यमी, छात्रा व अन्य महिलाएं एमएसएमई के पोर्टल पर जाकर अपना आइडिया बताकर आवेदन कर सकती हैं। 11 जुलाई के बाद केंद्रीय स्तर पर बनी कमेटी इन आइडिया को जांचेंगी, जो आइडिया कमेटी चुनेगी, उन्हें 15-15 लाख रुपये की ग्रांट मिलेगी।
एमएसएमई पहले भी दो बार हैकथॉन आइडिया योजना ला चुका है, तब इसमें सभी के लिए आवेदन करने का मौका था। इस बार यह मौका सिर्फ महिलाओं के लिए है। इसमें महिला उद्यमी, छात्राएं व अन्य महिलाएं अपने आइडिया पोर्टल पर आवेदन के साथ अपलोड कर सकती हैं। योजना में चुने गए आइडिया प्रदाता को पूरे 15 लाख रुपये की ग्रांट मिलेगी।
महिलाओं के विचारों का सामने लाना उद्देश्य
वहीं, महिला उद्यमी और अन्य महिलाओं को 15 प्रतिशत राशि अपने पास से लगानी होगी, बाकी 85 प्रतिशत उन्हें मिलेगी। यह राशि किसी को भी लौटानी नहीं होगी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के नए उद्यमिता आइडिया को सामने लाने का है।
आईआईटी व विभिन्न संस्थाओं से एमएसएमई का अनुबंध
जो भी नए आइडिया चुने जाएंगे, उस पर कार्य करने के लिए लैब भी उपलब्ध कराई जाएगी और मार्गदर्शन के लिए विशेषज्ञ भी दिए जाएंगे। इसके लिए देशभर में आईआईटी व विभिन्न संस्थाओं से एमएसएमई ने अनुबंध कर रखा है। कानपुर में आईआईटी और पीएसआईटी से एमएसएमई का अनुबंध है। चुनी गई महिलाएं अपने कार्य के लिए वहां की लैब इस्तेमाल कर सकेंगी।
आवेदन के समय देना होगा सार
इस संबंध में एमएसएमई विकास संस्थान के सहायक निदेशक सुनील अग्निहोत्री ने बताया कि पहली बार सिर्फ महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे लाने का प्रयास है। इसके लिए उद्यमी संगठनों और कॉलेज के जरिए लोगों को जानकारी दी जा रही है। ऑनलाइन आवेदन करते समय अपने आइडिया का सार देना है, जितने में कमेटी उसके बारे में समझ सके। बाद में चुने जाने पर पूरा आइडिया बताना होगा। एमएसएमई महिलाओं के आइडिया को व्यापारिक स्तर पर सफल बनाना चाहता है।