यूपी उपचुनाव में PDA की काट के लिए हिंदुत्व के एजेंडे को धार देगी भाजपा, इन चार सीटों पर संघ भी झोंकेगा पूरी ताकत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने संघ और भाजपा नेताओं के साथ समन्वय बैठक की। उन्होंने उपचुनाव की तैयारियों पर चर्चा के साथ ही मौजूदा राजनीतिक हालात पर बात की। विपक्ष के पीडीए (पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक) की काट के लिए हिंदुत्व के एजेंडे को और धार देने का निर्णय लिया गया। संघ भी लोकसभा चुनाव में पिछड़ों और दलित जातियों में सेंधमारी को लेकर चिंतित है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। नौ सीटों पर हो रहे विधानसभा के उपचुनाव के बीच गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने संघ और भाजपा नेताओं के साथ समन्वय बैठक की। उन्होंने उपचुनाव की तैयारियों पर चर्चा के साथ ही मौजूदा राजनीतिक हालात पर बात की। विपक्ष के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की काट के लिए हिंदुत्व के एजेंडे को और धार देने का निर्णय लिया गया। उपचुनाव में सामाजिक समीकरण साधने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
राजधानी के मोहनलालगंज स्थित प्रकृति भारती में हुई इस बैठक में संघ की ओर से अरुण कुमार शामिल हुए। वह भाजपा के पालक अधिकारी का दायित्व निभा रहे हैं। संघ भी लोकसभा चुनाव में पिछड़ों और दलित जातियों में सेंधमारी को लेकर चिंतित है।
इन सीटों पर संघ पर झोंकेगा पूरी ताकत
उपचुनाव के अंतिम दिनों में संघ भी मुख्य संघर्ष वाली सीटों करहल, कुंदरकी, सीसामऊ और कटेहरी में पूरी ताकत झोकेंगा। संघ के हिंदुत्व के एजेंडे को इन दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आगे बढ़ा रहे हैं। गुरुवार की बैठक में कई मुद्दों पर सरकार और संगठन के सुर अलग-अलग मीडिया में आने को लेकर भी चिंता जताई गई।संघ और विचार परिवार के संगठनों के आपसी तालमेल और उनसे जुड़े कई अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई। बैठक में भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, अवध क्षेत्र के प्रांत प्रचारक कौशल कुमार सहित कई अन्य उपस्थित थे।
भाजपा बूथ कमेटियों का चुनाव आज से
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सदस्यता अभियान के बाद अब भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार 15 नवंबर से 30 नवंबर तक बूथ अध्यक्ष व कमेटी का चुनाव होगा। उपचुनाव वाले नौ जिलों को छोड़कर शेष सभी जिलों में ये चुनाव होंगे। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को मंडल चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही सभी शक्ति केंद्रों के लिए भी चुनाव अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं।प्रदेश में 1.62 लाख से अधिक पोलिंग बूथ हैं। इनमें से डेढ़ लाख से अधिक पोलिंग बूथ पर भाजपा अपने बूथ अध्यक्षों का चुनाव करती है। कुछ बूथ ऐसे भी हैं जहां सदस्यता बहुत कम है वहां कमेटी का गठन नहीं होगा। इस चुनाव के तहत पहले अध्यक्ष का चुनाव होगा और फिर उसकी 11 सदस्यों की कमेटी नियुक्ति की जाएगी। हर बूथ की कमेटी में तीन महिला कार्यकर्ताओं को लिया जाना अनिवार्य है।बूथ का चुनाव शक्ति केंद्र प्रभारियों की मदद से किया जाएगा। इस चुनाव में सामान्य सदस्य ही मतदान करते हैं। यूं तो कई जगह आपसी सहमति से अध्यक्ष का चुनाव हो जाता है, किंतु असहमति होने पर वहां चुनाव से निर्णय होता है। बूथ अध्यक्षों के चुनाव के बाद मंडल अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। मंडल के बाद जिला संगठन के चुनाव कराएं जाएंगे।
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