संवाद का सतरंगी मेला 'संवादी' 16 नवंबर से… प्रवेश निशुल्क, हंसा-हंसाकर लोटपोट करेगी आखिरी प्रस्तुति 'प्रायश्चित'
दैनिक जागरण संवादी का दो दिवसीय सतरंगी मेला 16 नवंबर से लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित होगा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उद्घाटन करेंगी। इसमें साहित्य सिनेमा राजनीति और कला पर चर्चा होगी। प्रवेश निशुल्क है। देश की नामचीन हस्तियां शिरकत करेंगी। दूसरे दिन की आखिरी प्रस्तुति प्रायश्चित शाम 715 से शुरू होगी। लखनऊ के बाद आगरा पटना इंदौर में भी आयोजन होगा।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। पत्र के साथ ही मित्र की भूमिका निभाने वाला 'दैनिक जागरण' सामाजिक सरोकारों को लेकर प्रतिबद्ध है। इसी प्रतिबद्धता को लेकर दैनिक जागरण अभिव्यक्ति के उत्सव यानी संवादी का आयोजन प्रतिवर्ष करता है। संवादी की इस सफल साहित्यिक यात्रा का एक दशक पूर्ण हो चुका है।
हर वर्ष की भांति इस बार भी संवाद का दो दिवसीय सतरंगी मेला 'दैनिक जागरण संवादी' लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में 16 नवंबर से सजने जा रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल संवादी का शुभारंभ करेंगी। इसमें प्रवेश निशुल्क है।
बहुरंगी स्वरूप के कारण लोकप्रिय
हर बड़े राज्य और शहर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका यह आयोजन अपने बहुरंगी स्वरूप के कारण बहुत लोकप्रिय है। इसके मंच पर साहित्य, सिनेमा, राजनीति और कला के विभिन्न आयाम दिखते हैं तो समाज के संवेदनशील मुद्दों पर मंच से दीर्घा तक विमर्श होता है।इस आयोजन के प्रांगण में समाज के हर वर्ग की भागीदारी ही इसकी विशेषता है। देश, समाज और शहर का हर रंग इसके मंच बिखरता है। इस बार गोरखपुर, दिल्ली, देहरादून में इसका आयोजन हो चुका है।
लखनऊ के बाद संवाद की इस यात्रा के अगले पड़ाव आगरा, पटना इंदौर के अलावा कई अन्य शहर होंगे। देश की कई नामचीन हस्तियां इसके मंच की शोभा बढ़ा चुकी हैं। इस बार का आयोजन भी अपने विविध रूप लेकर उपस्थित है।
Jagran Samvadi 2023 में पद्मश्री डा. विद्या विंदु सिंह, सुरेश ऋतुपर्ण व डा. भारतीय बसंत कुमार से चर्चा करते पवन अग्रवाल l
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।12:30 बजे से शुरू होगा संवादी का उद्घाटन सत्र
पहले दिन 16 नवंबर को दोपहर 12:30 बजे से संवादी का उद्घाटन सत्र शुरू होगा। राज्यपाल के संबोधन के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय से दैनिक जागरण के राज्य संपादक (उत्तर प्रदेश) आशुतोष शुक्ल संवाद करेंगे। दोपहर 1:30 से 2:30 बजे तक प्रथम सत्र में 'नेहरू से मोदी युग का साहित्य' पर आलोचक प्रो. सुधीश पचौरी, लेखक प्रो. उदय प्रताप सिंह व लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. पवन अग्रवाल प्रकाश डालेंगे। इनसे अनंत विजय संवाद करेंगे। दोपहर 2.30 से तीन बजे तक द्वितीय सत्र 'जागरण ज्ञानवृत्ति' चलेगा। इसमें लेखिका नाइश हसन से उनकी पुस्तक मुताह पर चर्चा की जाएगी। साथ ही निर्मल पांडेय 'हिंदुत्व का राष्ट्रीयकरण' पर विचार साझा करेंगे। तीसरा सत्र 'जागरण बेस्टसेलर' दोपहर तीन से चार बजे तक चलेगा। इसमें लेखक उदय माहूरकर, लेखक विजय मनोहर तिवारी व लेखिका अमी गणात्रा के साथ नवीन चौधरी विमर्श करेंगे। आजकल वक्फ चर्चा में है। हमारा चौथा सत्र 'वक्फ पर विवाद क्यों' इसी पर केंद्रित है। इसमें शाम चार से पांच बजे तक वक्फ पर जेपीसी के चेयरमैन व सांसद जगदंबिका पाल विषय पर विस्तार से प्रकाश डालेंगे। पांचवें सत्र में शाम पांच से छह बजे तक 'रजवाड़ों की विरासत' पर बातें होंगी। इसमें दरभंगा के राजा युवराज कुमार कपिलेश्वर सिंह, अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र, गुजरात के बालानिसोर की आलिया बाबी के साथ प्रशांत कश्यप रोचक बातें करेंगे। छठे सत्र की चर्चा 'राष्ट्र निर्माण के सौ वर्ष' पर केंद्रित होगी। इसमें शाम छह से 6:45 बजे तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र ठाकुर के साथ दैनिक जागरण के राज्य संपादक (उत्तर प्रदेश) आशुतोष शुक्ल संवाद करेंगे। पहले दिन के अंतिम सत्र में 'रोमांस का राजा' पर दिलचस्प बातें करने के लिए उपस्थित होंगे राज कपूर, लता और गुलजार के जीवनी लेखक यतीन्द्र मिश्र, संगीत विशेषज्ञ यूनुस खान और गायक पंकज कुमार। यह परिचर्चा शाम 6:45 बजे से शुरू होकर रात आठ बजे तक चलेगी।'लखनऊ सबरंग' संग साझा होंगे 'फिल्मी दुनिया के अनसुने किस्से'
- संवादी के दूसरे दिन सुबह 11 बजे से 'खुला मंच' सजेगा। इसमें कई कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
- पहले सत्र में दोपहर 12 बजे लेखक नवीन चौधरी की पुस्तक का विमोचन किया जाएगा।
- दूसरा सत्र दोपहर 12:15 बजे से 1:15 बजे तक आयोजित होगा। इसमें 'भारत की बात' करेंगे लेखिका अमी गणात्रा, लेखक अरुण आनंद के साथ वरिष्ठ स्तंभकार हर्ष वर्धन त्रिपाठी।
- तीसरे सत्र में दोपहर 1:15 से 2:15 बजे तक 'साहित्य में बंटवारा क्यों' पर विमर्श किया जाएगा। इसमें उपन्यासकार प्रो. गरिमा श्रीवास्तव, कवि तजेन्द्र सिंह लूथरा, उपन्यासकार रत्नेश्वर सिंह व कहानीकार सबाहत आफरीन के साथ युवा आलोचक डा. सुनील विपुल परिचर्चा करेंगे।
- चौथे सत्र में दोपहर 2:15 से 3:15 बजे तक 'एक रहोगे नेक रहोगे' पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, समाजवादी पार्टी से पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सिद्धार्थ यादव अपनी-अपनी बातें रखेंगे।
- दोपहर 3:15 बजे से पांचवां सत्र शुरू होगा। इसमें फिल्मकार मुजफ्फर अली, लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी व सूफी कथक नर्तक मंजरी चतुर्वेदी के साथ दूरदर्शन के उपनिदेशक आत्म प्रकाश मिश्र 'लखनऊ सबरंग' पर ज्ञानवर्धक बातें करेंगे।
- छठे सत्र 'संविधान और आरक्षण' में शाम 4:15 से 5:15 बजे तक संविधान विशेषज्ञ अश्विनी उपाध्याय, दलित चिंतक प्रो. विवेक कुमार और शिक्षक धीरेन्द्र दोहरे बातचीत करेंगे। शाम 5:15 से 6:15 बजे तक सातवां सत्र चलेगा। इसमें फिल्म निर्माता व निर्देशक राहुल रवैल 'फिल्मी दुनिया के अनसुने किस्से' साझा करेंगे।
- सातवें सत्र में शाम 6:15 बजे से 7:15 बजे तक 'सिनेमा की नई पीढ़ी' पर फिल्म निर्देशक अमित राय, फिल्म निर्देशक मृगदीप लांबा और फिल्म निर्देशक अभिषेक शर्मा संवाद करेंगे।