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    ISI एजेंटों की पड़ताल में IB और मिलेट्री इंटेलीजेंस भी सक्रिय, मुरादाबाद से गिरफ्तार एजेंट शहजाद के अन्य साथियों की भी तलाश

    Updated: Mon, 19 May 2025 07:54 PM (IST)

    पाकिस्तान से तनाव के बाद आईबी और मिलिट्री इंटेलिजेंस आईएसआई एजेंटों की जांच में सक्रिय हैं। एटीएस ने मुरादाबाद से शहजाद को गिरफ्तार किया जिसके बैंक खा ...और पढ़ें

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    आईएसआई एजेंटों की पड़ताल में आईबी व मिलेट्री इंटेलीजेंस।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बाद आईएसआई एजेंटाें की पड़ताल में आईबी व मिलेट्री इंटेलीजेंस ने भी अपनी सक्रियता बढ़ाई है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) द्वारा मुरादाबाद से गिरफ्तार आईएसआई एजेंट शहजाद के बैंक खातों में बड़ा लेनदेन भी सामने आया है।

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    सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान से उसे कई किस्तों में बड़ी रकम भेजी गई थी। एटीएस व अन्य जांच एजेंसियां शहजाद से जुड़े रहे अन्य युवकों को लेकर गहनता से छानबीन कर रही है। उसके संपर्क में रहे कुछ संदिग्ध युवकों की तलाश भी की जा रही है। एटीएस आरोपित शहजाद को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी भी कर रहा है।

    प्रदेश में आईएसआई का गहरा नेटवर्क रहा है। खासकर हनीट्रैप के माध्यम से भी कई युवकों को निशाना बनाया जा चुका है। रामपुर निवासी शहजाद के पकड़े जाने के बाद आइएसआइ को गोपनीय सूचनाएं लीक किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। शहजाद कई बार पाकिस्तान जा चुका था।

    एटीएस यह पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि उसके माध्यम से अन्य कितने युवक पाकिस्तान गए थे। शहजाद के संपर्क में आईएसआई के कई एजेंट भी थे। आईआईएस के इशारे पर वह उन युवकों तक रकम भी पहुंचाता था। शहजाद से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर तस्करी के नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है।

    संदेह है कि पाकिस्तान के रास्ते मादक पदार्थों व नकली नोटों की तस्करी भी की जाती रही है। शहजाद ने आईएसआई के एजेंटों को भारतीय सिम भी उपलब्ध कराए थे। एटीएस उसे फर्जी नाम-पतों पर लिए गए सिम उपलब्ध कराने वालों की छानबीन कर रहा है। रामपुर व आसपास के जिलों के कई युवकों की भूमिका को लेकर भी गहनता से छानबीन चल रही है।

    शहजाद की इंटरनेट मीडिया की गतिविधियों को भी खंगाला जा रहा है। एटीएस ने दो माह पूर्व आईएसआई को गोपनीय सूचनाएं लीक करने के मामले में कानपुर आर्डिनेंस फैक्ट्री के जूनियर वक्र्स मैनेजर कुमार विकास व फिरोजाबाद आर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी रविन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया था। दोनों हनीट्रैप का शिकार हुए थे और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से आईएसआई की कथित महिला एजेंट नेहा शर्मा के सीधे संपर्क में थे।

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