जियाउर्रहमान के बचाव में उतरे अखिलेश, सपा प्रमुख का दावा- सर्वे के दौरान BJP कार्यकर्ता लगा रहे थे भड़काऊ नारे
Sambhal Violence Updates संभल हिंसा मामले में सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ-साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं जियाउर्रहमान बर्क पर हिंसा भड़काने के मुकदमे के बाद अखिलेश यादव ने उनका बचाव किया है। साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संभल मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर मुकदमे के बाद अब अखिलेश यादव उनके बचाव में उतरे हैं। नई दिल्ली में संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां के सांसद और विधायक समेत सैकड़ों लोगों को जबरन फंसाया जा रहा है, उन पर मुकदमे लिए जा रहे हैं। साथ ही उन्होने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए।
संविधान दिवस पर बात करते हुए सपा प्रमुख ने कहा- "संविधान दिवस के लिए सभी को बधाई। सच्चा उत्सव तभी है जब सब संविधान के रास्ते पर चले। संविधान के रास्ते पर चलकर सच्चा उत्सव मना सकते हैं। हम सब सच्चे समाजवादी संविधानवादी लोग हैं। संविधान हमारे पीडीए का प्रकाश स्तंभ है। हम वो समाजवादी नहीं जो संविधान को कोरा कागज समझते हो।
सांसद-विधायक पर लगाए जा रहे झूठे मुकदमे: अखिलेश
उन्होंने संभल हिंसा पर बात करते हुए कहा कि उस समय उत्सव मनाना जब संभल में कई लोगों की जाने चली गई हों, गम के माहौल में कैसे उत्सव मनाया जा सकता है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। वहां के सांसद, वहां के विधायक पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं।उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाने साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि संभल मामले पर पूरी गलती सरकार की है। जब एक बार वहां पर सर्वे हो चुका था तो वहां दूसरी बार सर्वे क्यों किया गया?
#WATCH सपा के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "संविधान दिवस के लिए सभी को बधाई। सच्चा उत्सव तभी है जब सब संविधान के रास्ते पर चले। संविधान के रास्ते पर चलकर सच्चा उत्सव मना सकते हैं। हम सब सच्चे समाजवादी संविधानवादी लोग हैं। हम वो समाजवादी नहीं जो संविधान को कोरा कागज समझते हो...और… pic.twitter.com/yB1orH1MST
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2024
भाजपा पर अखिलेश ने लगाए गंभीर आरोप
मैनपुरी सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'सर्वे टीम के साथ वहां पर भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे, जो भड़काऊ नारे लगा रहे थे लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। विपक्ष संभल में न जा पाए इसलिए वहां पर इंटरनेट बंद कर दिया गया है। भाजपा मनविधान पर चलना चाहती है, संविधान विधान से नहीं।'संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
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