UP News: 80 प्रतिशत विद्यालय परीक्षा में पास तो ब्लॉक होगा निपुण, आठ जिलों को छोड़ बाकी में 30 नवंबर तक टेस्ट
उत्तर प्रदेश में परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को गणित और भाषा में दक्ष बनाने के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत विद्यार्थियों की दक्षता को परखने के लिए निपुण परीक्षा आयोजित की जा रही है जो 30 नवंबर तक चलेगी। किसी भी ब्लॉक में 80 प्रतिशत स्कूल के निपुण होने पर वह निपुण ब्लॉक कहलाएगा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में गणित व भाषा में विद्यार्थियों को दक्ष बनाने के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है। स्कूल में 80 प्रतिशत छात्रों के निपुण होने पर उसे निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा।
वहीं, किसी भी ब्लॉक में 80 प्रतिशत स्कूल के निपुण होने पर वह निपुण ब्लॉक कहलाएगा। विद्यार्थियों की दक्षता को परखने के लिए सोमवार से निपुण परीक्षा शुरू हो गई। 30 नवंबर तक यह टेस्ट होगा।
छह मंडलों के 30 जिलों में परीक्षा शुरू
प्रदेश में आठ ऐसे जिले जहां वायु प्रदूषण के कारण विद्यालय बंद हैं, जिसमें मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बागपत, मुजफ्फरनगर व शामली शामिल हैं। यहां परीक्षाएं बाद में कराई जाएंगी। वहीं, छह मंडलों के 30 जिलों में निपुण परीक्षा शुरू हो गई है।पहले दिन लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, सहारनपुर, कानपुर व बरेली मंडल के जिलों में प्री-प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों की परीक्षा ली गई। सुबह 9:30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक परीक्षा हुई। भाषा व गणित के कुल नौ सवाल विद्यार्थियों से पूछे गए।
राज्य स्तरीय टीम करेगी मूल्यांकन विद्यार्थियों के उत्तर का मूल्यांकन
ओएमआर शीट पर प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों ने दिए और इसे स्कैन कर शिक्षकों द्वारा परख एप पर अपलोड किया गया। अब राज्य स्तरीय टीम इसका मूल्यांकन करेगी। इन छह मंडलों में मंगलवार को कक्षा चार से कक्षा आठ तक के विद्यार्थी परीक्षा देंगे।निपुण परीक्षा की निगरानी के लिए जिला व राज्य स्तर पर शिक्षा अधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
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