UPPCL: स्मार्ट मीटर में आ रहीं दिक्कतों का किया जाएगा समाधान, अब लगाए जाएंगे चेक मीटर; ऊर्जा मंत्री ने की घोषणा
UP Electricity यूपी में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी समस्याओं का समाधान होगा। भारत सरकार के मानकों के अनुसार 5 प्रतिशत चेक मीटर लगाए जाएंगे। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने इसकी घोषणा की है। सरकारी कार्यालयों कालोनियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में पहले स्मार्ट मीटर लगेंगे। इससे लाइन लॉस कम होगा और बिजली कंपनियों को घाटे से उबरने में मदद मिलेगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं के घरों में लगाए जा रहे स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी आशंकाओं के समाधान के लिए भारत सरकार द्वारा तय किए गए पांच प्रतिशत चेक मीटर लगाने के मानकों का पालन किया जाएगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को होटल सेंट्रम में मीडिया से बातचीत में यह भरोसा दिलाया।
उन्होंने साफ किया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी उपभोक्ताओं की शंकाओं के समाधान के लिए जरूरत पड़ने पर पांच प्रतिशत से अधिक भी चेक मीटर लगाए जा सकते हैं। हालांकि, यह भी कहा कि जल्द ही इससे जुड़ी शंकाओं का समाधान हो जाएगा और चेक मीटर लगाने की आवश्यकता ही नहीं रह जाएगी।
सबसे पहले सरकारी कार्यालयों में लगाए जाएंगे मीटर
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सबसे पहले स्मार्ट प्रीपेड मीटर सरकारी कार्यालयों, सरकारी कालोनियों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर लगने से लाइन लास में कमी आएगी और बिजली कंपनियां घाटे से उबरेंगी।उन्होंने कहा कि यदि डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को घाटा होता है तो इसका असर उपभोक्ता पर ही आता है। ऊर्जा मंत्री ने थर्मल पावर प्लांट पर धीरे-धीरे निर्भरता कम करने की बात भी कही। कहा, अब जमाना ग्रीन व क्लीन एनर्जी का है। वर्ष 2035 के बाद हम पूरी तरह से सोलर, रिन्यूवल, हाइड्रो और न्यूक्लीयर एनर्जी की तरफ ही जाएंगे। न्यूक्लीयर एनर्जी के आठ प्रोजेक्ट पर हम आगे बढ़ रहे हैं। 20 और प्रोजेक्ट के लिए प्रदेशों से प्रस्ताव मांगे गए हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का लाइन लास घटकर 16.5 प्रतिशत पर आ गया है, इसमें अभी और सुधार की गुंजाइश है।
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