मेरठ में केंद्र की स्मार्ट सिटी की तर्ज पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनेगा। इसके लिए शासन ने मंजूरी दे दी है। इससे नगरीय सुविधाओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी और जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान होगा। सेंटर में 24 कर्मचारी कंप्यूटर के साथ बैठेंगे और काल सेंटर की तरह काम करेंगे। लोग दिए गए नंबरों पर फोन करके शिकायत दर्ज करा सकेंगे।
जागरण संवाददाता, मेरठ। केंद्र की स्मार्ट सिटी में शामिल शहरों की तरह मेरठ में भी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निर्माण होगा। शासन से इसकी मंजूरी मिल चुकी है। नगर निगम इसका लेआउट डिजाइन तैयार करा रहा है। यह सेंटर शास्त्रीनगर नई सड़क स्थित नगर निगम के नए भवन परिसर में बनाया जाएगा।
सेंटर से न केवल नगरीय सुविधाओं की आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी बल्कि काल सेंटर की तरह यहां पर जनता की फोन काल्स अटेंड होगी। उनकी शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाएगा।
मेरठ में अभी इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत नगर निगम में एक कंट्रोल रूम है। जहां से आइटीएमएस चौराहों की सिग्नल प्रणाली, यातायात का उल्लघंन करने वालों पर नजर रखी जाती है।
सीसीटीवी कैमरों के जरिए चालान कट जाते हैं और यातायात उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के पास ई-चालान मिनटों में पहुंच जाता है। लेकिन शहर की पेयजल आपूर्ति, नलकूप स्काडा सिस्टम, स्ट्रीट लाइट, गृहकर, जलकर व सीवरकर, निर्माण कार्य पर निगरानी रखने के लिए कोई आनलाइन सुविधा नहीं है।
यह कमी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से दूर होगी। सभी सुविधाओं को आनलाइन मानीटरिंग से जोड़ दिया जाएगा। इसके लिए करीब 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। आइटीएमएस को भी इसी से जोड़ दिया जाएगा।
शहर के प्रमुख मार्ग, चौराहे, सार्वजनिक स्थान, बाजार क्षेत्र कैमरे की निगरानी में होंगे। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा उठान, कूड़ा निस्तारण प्लांट, सभी एमआरएफ सेंटर, पानी की टंकियां, भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सभी भूमिगत जलाशय भी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ दिए जाएंगे।
काल सेंटर की तरह होगा कार्य
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में एक ही छत के नीचे कम से कम 24 कर्मचारी कंप्यूटर के साथ बैठेंगे। जो काल सेंटर की तरह कार्य करेंगे। लोग दिए गए नंबरों पर फोन करके पेयजल आपूर्ति, सड़क पर गड्ढे, पानी की लीकेज, सड़क पर घूमते बेसहारा पशुओं, कूड़ा उठान न होने, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ी न आने, स्ट्रीट लाइट बंद होने की शिकायत कर सकेंगे। यहां बैठा कर्मचारी आनलाइन शिकायत दर्ज करेगा और संबंधित विभाग को डिजिटल माध्यम से प्रेषित कर देगा। शिकायत निस्तारण का समय भी निर्धारित होगा।
नगर आयुक्त, सौरभ गंगवार ने बताया- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर नई सड़क स्थित नगर निगम के नए भवन परिसर में स्थापित किया जाएगा। डिजाइन तैयार कराई जा रही है। शासन से इसके लिए मंजूरी मिल गई है। जल्द डीपीआर शासन को भेजा जाएगा।
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