दिल्ली-NCR के बाद यूपी के इस जिले की हवा हुई जहरीली, सांस लेना भी दूभर; AQI 360 के पार
मेरठ शहर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है, जहाँ हवा में जहरीले कणों की मात्रा बहुत बढ़ गई है। रात में एक्यूआइ 360 तक पहुँच गया, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। दिल्ली और आसपास के शहरों में भी वायु गुणवत्ता खराब है, इसलिए बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। शहर के वातावरण में प्रदूषित धुंध का आवरण छाया हुआ है। हवा में सूक्ष्म प्रदूषित कणों और गैसों की मात्रा बेहद विषाक्त हो गई है, जो मानव के लिए सांस लेने के लायक नहीं है। रात आठ बजे के बाद से दिन में एक बजे तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है।
गुरुवार रात 10 बजे जयभीमनगर में एक्यूआइ 360 और पल्लवपुरम में 350 आंका गया। जयभीमनगर में बुधवार की रात नौ से दोपहर 12 बजे तक पीएम 2.5 की मात्रा 350 से 390 और पीएम 10 की मात्रा 380 से 429 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर बनी रही।
प्रदूषित सूक्ष्म कणों की वातावरण में उपस्थिति खतरे के स्तर को दर्शाती है। शाम होते ही कार्बन मोनो आक्साइड और नाइट्रोजन डाई आक्साइड की मात्रा भी खतरे के मानक को स्पर्श कर रही है। वहीं दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 को पार कर गया है।
मेरठ ही नहीं बागपत, हापुड़ गाजियाबाद में हवा अत्यंत प्रदूषित है। ऐसे माहौल में बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करना चाहिए। गुरुवार को अधिकतम तापमान 26.7 और न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

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