Fake Currency Case: राज उगले तो कब्रिस्तान ले गई पुलिस, झाड़ी के पीछे मिली ऐसी चीज़; देखकर उड़े होश
प्रयागराज के एक मदरसे में चल रही नकली नोटों की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने मौलवी सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की निशानदेही पर कब्रिस्तान से दो बंडल कागज बरामद किए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है । सुरक्षा एजेंसियों एटीएस और आइबी ने भी मामले की जांच में पूछताछ की ।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। मदरसे में नकली नोट फैक्ट्री संचालित करने वालों ने दरियाबाद स्थित कब्रिस्तान की झाड़ी में कागज छिपाकर रखे थे। पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लिए गए मौलवी सहित चारों आरोपित को सिविल लाइंस पुलिस मंगलवार दोपहर कब्रिस्तान लेकर गई।
इसके बाद उनकी निशानदेही पर दो बंडल कागज बरामद किया। सभी अभियुक्तों से करीब पांच घंटे तक पूछताछ हुई। कई राज सामने आए। पुलिस आरोपितों के बयान के आधार पर दी गई जानकारी को तस्दीक करते हुए आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है।
बीते माह सिविल लाइंस पुलिस ने अतरसुइया स्थित जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसा में छापेमारी करते हुए नकली नोट फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान मदरसा के कार्यवाहक प्रिंसिपल (मौलवी) मो. तफसीरुल आरीफीन, गिरोह के सरगना उड़ीसा के जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर, सदस्य करेली के मो. साहिद और मो. अफजल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
मौके से नकली नोट, प्रिंटर, स्कैनर समेत छपाई में इस्तेमाल होने वाला अन्य सामान बरामद किया गया था। मौलवी के कमरे की जांच में आरएसएस को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन बताने वाली किताब भी बरामद हुई थी। आरोपितों से विस्तृत पूछताछ और सामान बरादगी के लिए पुलिस की ओर से कोर्ट में पीसीआर के लिए अर्जी दाखिल की गई थी।
अदालत से अनुमति मिलने के बाद मंगलवार सुबह इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रामाश्रय यादव पुलिस टीम के साथ नैनी जेल पहुंचे। इसके बाद चारों आरोपितों को बाहर निकालकर थाने ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई। शुरुआत में मौलवी सहित अन्य ने सवालों का गोलमोल जवाब दिया, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में पूरी कहानी बयां कर दी। करीब पांच घंटे तक पूछताछ के बाद सभी को वापस नैनी जेल में दाखिल कर दिया गया।
एसटीएस, आइबी ने भी की पूछताछ
नकली नोट छापकर को भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश और महाराष्ट्र के पूर्व आइजी एसएम मुशरिफ द्वारा लिखित किताब ‘आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन’ मिलने के कारण मामला अहम हो गया।
पीसीआर पर लिए गए आरोपितों से आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी), स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू) सहित दूसरी सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े लोगों ने पूछताछ की। इस दौरान कई अहम इनपुट मिलने की बात कही गई, जिसका सत्यापन कराया जाएगा।
आरोपितों की निशानदेही पर नकली नोट छपाई में इस्तेमाल होने वाला दो बंडल कागज बरामद किया गया है। पूछताछ के दौरान कुछ अहम जानकारी भी मिली है, जिसे तस्दीक कराया जाएगा। -श्वेताभ पांडेय, एडीसीपी