Magh Mela 2026 : प्रयागराज में रेलवे का कड़ा सुरक्षा घेरा, रेल ट्रैक से स्टेशन नहीं जा सकेगी भीड़, मुख्य रास्ते से जाना होगा
Magh Mela 2026 प्रयागराज में माघ मेला 2026 की तैयारियों में रेलवे सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहा है। 15 करोड़ श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए, रेलवे ने रेल ट्रैक पर चलने वाले शॉर्टकट रास्तों को बंद करने का निर्णय लिया है। सभी नौ स्टेशनों पर ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी और आरपीएफ की टीमें तैनात की जाएंगी। रेलवे का लक्ष्य है कि कोई भी यात्री ट्रैक पर पैर न रखे, जिससे हादसों से बचा जा सके और यात्रियों को सुरक्षित स्टेशन तक पहुंचाया जा सके।

Magh Mela 2026 प्रयागराज के माघ मेला में यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे का पुख्ता सुरक्षा घेरा रहेगा।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 संगम नगरी में अगले माघ मेला की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। इस बार 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है और सबसे ज्यादा चुनौती रेलवे के सामने होगी। इसे देखते हुए रेलवे ने सख्त तैयारी की है। अब कोई भी यात्री रेल ट्रैक पर चलकर स्टेशन नहीं पहुंच पाएंगे। सभी शार्टकट रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। सभी रास्ते सील होंगे और हर हरकत पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी।
पटरियों पर चलने से रेल हादसे का होते हें शिकार
Magh Mela 2026 रेलवे के अपने सर्वे में पता चला था कि भीड़ बढ़ने पर लोग समय बचाने के लिए सीधे पटरियों पर चलने लगते हैं। इससे ट्रेन हादसे का शिकार होने का खतरा भी रहता है। साथ ही भीड़ भी बेकाबू हो जाती है। इसे पूरी तरह रोकने के लिए प्रयागराज के सभी नौ बड़े रेलवे स्टेशनों प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, छिवकी, प्रयागराज संगम, झूंसी, रामबाग, प्रयाग और फाफामऊ के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।
मुख्य सड़क या रेलवे के निर्धारित मार्ग से ही जा सकेंगे
Magh Mela 2026 अब स्टेशन तक आने का सिर्फ एक रास्ता रहेगा, मुख्य सड़क या रेलवे द्वारा बनाया गया निर्धारित मार्ग। बाकी हर जगह ऊंची रेलिंग और कंटीले तार लगाए जा रहे हैं। गीता निकेतन, सीएमपी डिग्री कालेज, सोहबतियाबाग, रामबाग, निरंजन डाट पुल जैसे पुराने शार्टकट अब पूरी तरह बंद हो जाएंगे। वहां से कोई ट्रैक पर नहीं चढ़ सकेगा।
अगर कोई पटरियों पर दिखा तो तुरंत टीम पहुंचेगी
Magh Mela 2026 सुरक्षा की दूसरी मजबूत कड़ी है आरपीएफ की खास टीम। यह टीम ड्रोन उड़ाकर दिन-रात ट्रैक की निगरानी करेगी। कंट्रोल रूम में बड़ी स्क्रीनों पर लाइव तस्वीरें दिखेंगी। अगर कोई व्यक्ति पटरियों पर दिखा तो तुरंत टीम पहुंच जाएगी। साथ ही पैदल पेट्रोलिंग करने वाली टीमें भी हर वक्त मुस्तैद रहेंगी। रेलवे ने जिला पुलिस और प्रशासन से भी मदद मांगी है ताकि ट्रैक के किनारे कोई नया अवैध रास्ता न बन सके।
क्या कहते हैं प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी
Magh Mela 2026 प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह का कहना है कि हमारा लक्ष्य है कि माघ मेला में एक भी यात्री ट्रैक पर पैर नहीं रखे। इसके लिए जितने जवान और जितनी तकनीक लग सकती है, सब लगाई जा रही है। इससे यात्रियों की सुरक्षा रहेगी।
प्रतिदिन करीब 100 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी
माघ मेला के दौरान रोजाना करीब 100 स्पेशल ट्रेनें चलाने की क्षमता प्रयागराज में होगी। हालांकि पूर्व के माघ मेला को देखते ही एक दिन में अधिकतम 30 विशेष ट्रेनों के संचालन की आवश्यकता पड़ सकती है, ऐसा अनुमान है। इतनी ट्रेनों और इतने श्रद्धालुओं को सुरक्षित ढंग से संभालने के लिए यह सख्ती जरूरी थी। रेलवे अपनी पूरी क्षमता के साथ यात्रियों के आवागमन को आसान बनाने के लिए तैयारी कर रहा है। रेलवे ने सभी यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य रखें और सिर्फ निर्धारित रास्तों का ही इस्तेमाल करें। थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन जान की सुरक्षा सबसे ऊपर है।
श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्टेशन लाया जाएगा
इस बार संगम स्नान करने आने वाले हर श्रद्धालु को सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से स्टेशन तक लाया और ले जाया जाएगा। रेलवे का यह सख्त कदम माघ मेला-2026 को यादगार तो बनाएगा ही, पूरी तरह सुरक्षित भी रखेगा। इस बार माघ मेला तीन जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगा। रेलवे ने इसके लिए विशेष तैयारी की है और एक जनवरी से ही विशेष ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा और 17 फरवरी तक विशेष ट्रेनों का संचालन चलता रहेगा।

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