Magh Mela 2026 : प्रयागराज के संगम तट पर संत-अधिकारियों ने किया गंगा पूजन, आज से ही शुरू होगा भूमि आवंटन
Magh Mela 2026 प्रयागराज में माघ मेला का अनौपचारिक शुभारंभ गंगा पूजन के साथ हुआ। अधिकारियों और संतों ने मिलकर संगम तट पर पूजन किया। आज से मेला क्षेत्र में भूमि आवंटन शुरू होगा, जिसमें पहले दंडी संन्यासियों को जमीन दी जाएगी। इस बार मेला सात सेक्टरों में 800 हेक्टेयर क्षेत्र में बसाया जा रहा है, जहाँ 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। संतों ने प्रशासन से अधिक भूमि की मांग की है।

Magh Mela 2026 प्रयागराज के संगम तट पर मां गंगा की आराधना करते संत-महात्मा, प्रशासन और पुलिस के अधिकारी। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 माघ मेला का अनौपचारिक शुभारंभ मंगलवार को गंगा पूजन के साथ हो गया। संतों के अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मिलकर गंगा पूजन किया। पूजन के बाद आज से ही मेला क्षेत्र में भूमि आवंटन शुरू हो जाएगा। परंपरा के अनुसार पहले दिन दंडी संन्यासियों को भूमि आवंटित की जाएगी। जिसे भूमि मिलेगी वह मेला क्षेत्र में शिविर लगाएंगे।
मंडलायुक्त समेत इन अधिकारियों ने किया पूजन
Magh Mela 2026 प्रयागराज मेला प्राधिकरण प्रशासन की ओर से संगम तट पर विधिवत गंगा पूजन कराया गया। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार, मेलाधिकारी ऋषिराज, जिलाधिकारी मनीष वर्मा सहित तमाम अधिकारी व विभिन्न सम्प्रदाय के संत, तीर्थपुरोहित पूजन में शामिल हुए। माघ मेला के सकुशल आयोजन की मंगल कामना की गई।
किसे कब आवंटित होगी जमीन
Magh Mela 2026 दंडी संन्यासियों को दो, तीन और चार दिसंबर को जमीन आवंटित की जाएगी। इसके बाद पांच एवं छह दिसंबर को आचार्य स्वामी नगर (आचार्य बाड़ा) को तथा सात, आठ व नौ दिसंबर को खाक चौक के संतों को जमीन का आवंटन किया जाएगा।
संस्थाओं व प्रयागवाल को जमीन आवंटन को घोषित होगी तिथि
Magh Mela 2026 उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ला ने बताया कि संस्थाओं व प्रयागवाल के लिए तारीख की घोषणा शीघ्र ही की जाएगी। वैसे 15 दिसंबर तक सभी को जमीन आवंटित कर दी जाएगी। जमीन आवंटित होने के दो दिन बाद से ही संबंधित को सुविधा पर्ची जारी होगी।
मेला सात सेक्टर व 800 हेक्टेयर में बसाया जा रहा
इस बार मेला सात सेक्टर में लगभग 800 हेक्टेयर में बसाया जा रहा है। तीन जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू होने वाले माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्वों पर समेत अन्य दिवसों में 12 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान लगाया गया है। संतों का कहना है कि पहले की अपेक्षा महाकुंभ के बाद संन्यासियों की संख्या बढ़ी है, ऐसे में उन्हें शिविर लगाने में किसी प्रकार की समस्या न आए, इसके मद्देनजर मेला प्रशासन से अधिक भूमि मांगी जाएगी।

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