UP Board Exam 2026 : डिबार केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों की यूपी बोर्ड ने मांगी सूची, परिषद के पोर्टल पर भी अपलोड की जाएगी
P Board Exam 2026 को निष्पक्ष बनाने के लिए संदिग्ध केंद्र व्यवस्थापकों और कक्ष निरीक्षकों की सूची मांगी गई है। बोर्ड सचिव ने पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों से ऐसे लोगों का विवरण मांगा है, जिनकी ड्यूटी पहले संदिग्ध रही है। इन लोगों का विवरण पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा ताकि परीक्षा कार्य में इनकी ड्यूटी न लगे। नकल के आरोप वाले केंद्र और मूल्यांकन में त्रुटि करने वाले शिक्षक भी चिह्नित किए जा रहे हैं।

UP Board Exam 2026 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा को निष्पक्ष कराने के लिए संदिग्ध केंद्र व्यवस्थापकों की सूची तलब की गई है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, प्रयागराज। UP Board Exam 2026 हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की वर्ष 2026 की परीक्षा निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए यूपी बोर्ड उन केंद्र व्यवस्थापकों एवं कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाएगा, जिनकी निष्ठा पूर्व में परीक्षा के दौरान संदिग्ध रही है। ऐसे केंद्र व्यवस्थापकों एवं कक्ष निरीक्षकों की सूची यूपी बोर्ड सचिव ने बोर्ड के पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों से मांगी है। इनका विवरण माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा, जिससे कि इनकी ड्यूटी परीक्षा कार्य में न लग सके।
जिन पर परीक्षा में नकल के आरोप, उनकी बन रही सूची
UP Board Exam 2026 इसी तरह परीक्षा केंद्र भी चिह्नित किए गए हैं, जो केंद्रों की सूची से बाहर किए गए हैं। यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह के निर्देश पर क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव ऐसे केंद्र व्यवस्थापकों एवं कक्ष निरीक्षकों की सूची तैयार कर रहे हैं, जिन पर परीक्षा में नकल के आरोप लगे हैं। इनमें ऐसे शिक्षक भी हैं, जिन्होंने मूल्यांकन में त्रुटियां की हैं।
कक्ष निरीक्षकों के संबंध में भी निर्णय लिया गया है
UP Board Exam 2026 इसके अलावा जिन केंद्रों पर प्रश्नपत्र गलत खुले या किसी और तरह की त्रुटि हुई है, उन केंद्र व्यवस्थापकों को इस बार परीक्षा कार्य से अलग किया जाएगा। इसी तरह कक्ष निरीक्षकों के संबंध में भी निर्णय लिया गया है। इनकी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।
बोर्ड ने उन विद्यालयों की सूची तैयार कर ली है
UP Board Exam 2026 इसके अलावा बोर्ड ने उन विद्यालयों की सूची तैयार कर ली है, जहां पूर्व में परीक्षा की शुचिता प्रभावित हुई है। ऐसे विद्यालयों को परीक्षा समिति डिबार कर चुकी है। इस तरह के कुल 639 विद्यालयों में से 254 को डिबार कर दिया गया है, जबकि 385 को मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई चलने के कारण केंद्र नहीं बनाया गया है।

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