अत्याधुनिक संचार टावर लगने से हाईटेक होंगे रेलवे स्टेशन, नई पहल से सिग्नल फेलियर से मिलेगी मुक्ति
भारतीय रेलवे स्टेशनों को हाईटेक बनाने के लिए अत्याधुनिक संचार टावर लगाए जाएंगे। इस पहल से सिग्नल फेलियर की समस्या कम होगी और ट्रेनों का संचालन सुधरेगा ...और पढ़ें
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अत्याधुनिक संचार टावर लगने से हाईटेक होंगे रेलवे स्टेशन।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। अब रेलवे स्टेशन हाईटेक प्रणाली से लैस होने जा रहे हैं। लंबे समय से स्टेशन पर प्रतिदिन तीन से चार सिग्नल फेलियर के मामलों का सामना करना पड़ता था, जिससे ट्रेन संचालन बाधित होता था। कई बार ट्रेनों को सिग्नल पर रुकना पड़ता था और यात्रियों को देरी झेलनी पड़ती थी। रेलवे की नई पहल अब इस समस्या से स्थायी राहत दिलाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।
दरियापुर, लक्ष्मणपुर, ऊंचाहार व उबरनी स्टेशन पर अत्याधुनिक संचार टावर लगाए जा रहे हैं। यह टावर सिग्नल फेलियर के दौरान तुरंत तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे व पूरे सिस्टम को बैकअप सपोर्ट देंगे।
अब तक स्टेशन के सिग्नल व रेल पटरियों के टर्निंग प्वाइंट को इलेक्ट्रिक केबलिंग प्रणाली से संचालित किया जाता था, लेकिन केबल कटने व क्षतिग्रस्त होने पर तुरंत फेलियर की स्थिति बन जाती थी। इससे न केवल ट्रेनों का समय प्रभावित होता था, बल्कि तकनीकी टीमों पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता था।
नई तकनीक के तहत लगाए जा रहे ये टावर किसी भी प्रकार की केबल फेलियर स्थिति को तुरंत कवर कर लेंगे। टावर में स्थापित कंट्रोल प्वाइंट सिग्नलिंग सिस्टम को लगातार निगरानी रखेगा।
प्रत्येक टावर पर विशेष तकनीकी कर्मचारी भी तैनात किए जाएंगे, जो किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे। इससे सिग्नलिंग सिस्टम पूरी तरह दुरुस्त और सुरक्षित बना रहेगा।
रेलवे अधिकारियों का दावा है कि इन टावरों के सक्रिय होने के बाद सिग्नल फेलियर की घटनाएं लगभग समाप्त हो जाएंगी। इससे न केवल ट्रेनों का संचालन सुचारु होगा, बल्कि यात्रियों को भी समय पर अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच सकेंगे।
अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना की शुरूआत मंडल के रायबरेली जिले से शुरू किया जाएगा। जिसको लेकर टावर भी लगाए जा रहे हैं। इस हाईटेक व्यवस्था के शुरू होने के बाद रायबरेली जिले के स्टेशनों पर ट्रेन संचालन पहले से अधिक बेहतर होगा।
रेलवे टेलीकाम विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर संदीप सोनकर का कहना है कि दस से 12 किलोमीटर के अन्तराल वाले स्टेशनों पर टावर लगाया जा रहा है। जिनमें ये केबल कटने के बाद दो स्टेशनों के संपर्क व इलेक्ट्रिक सिग्नल में टावर तुरंत कनेक्ट कर लेगा।
इसके साथ ही इलेक्ट्रिक टर्निंग प्वाइंट किस प्लेटफार्म पर ट्रेन को जाना है वो भी काम करने लगेगा। जिन्होने बताया कि अभी तक केबल कटने के बाद आने वाली दिक्कतें अब नही होंगी।

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