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Sambhal Lok Sabha Chunav 2024: संभल लोकसभा सीट से सपा के जियाउर्रहमान ने दर्ज की जीत, समझें इस सीट का राजनीतिक गणित

Sambhal Lok Sabha Election Result 2024 संभल लोकसभा क्षेत्र की सीट पर इस बार भी बर्क खानदान की बादशाहत कायम रही। सांसद रहते हुए डा. बर्क का निधन 27 फरवरी को हो गया था लेकिन यहां की जनता ने उनके सियासत की विरासत उनके परिवार को ही दी। राजनीतिक उत्तराधिकारी जियाउर्रहमान बर्क (Zia Ur Rehman Barq) संभल के नए सांसद बन गए।

By Abhishek Pandey Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 04 Jun 2024 11:51 AM (IST)
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संभल लोकसभा सीट से सपा के जियाउर्रहमान ने दर्ज की जीत, समझें इस सीट का राजनीतिक गणित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। (Sambhal Lok Sabha Election Result)। संभल लोकसभा क्षेत्र की सीट पर इस बार भी बर्क खानदान की बादशाहत कायम रही। सांसद रहते हुए डा. बर्क का निधन 27 फरवरी को हो गया था लेकिन यहां की जनता ने उनके सियासत की विरासत उनके परिवार को ही दी। राजनीतिक उत्तराधिकारी जियाउर्रहमान बर्क संभल के नए सांसद बन गए।

महज 36 वर्षीय जियाउर्रहमान बर्क ने अपने दादा की राजनीतिक विरासत संभाली और मंगलवार को जनता ने इस पर मुहर भी लगा दी। उन्होंने एकतरफा मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी को 121494 मतों से पराजित कर दिया।

सपा प्रत्याशी जियाउर्रहमान को कुल 5,71,161 मत मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी को 449667 मत ही मिल पाया। बसपा के सौलत अली को 152460 मत मिले। बसपा प्रत्याशी ने दमदारी के साथ मुुकाबले को त्रिकोणीय बनाए रखा। इसके बाद चौथे नंबर पर नोटा के मत मिले। नोटा को जहां 7217 मिले वहीं शेष नौ अन्य प्रत्याशियों के खाते में भी 20 हजार से ज्यादा मत गए। सपा, भाजपा और बसपा को छोड़कर सभी प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।

कौन-कौन प्रत्याशी चुनावी मैदान में

संभल लोकसभा सीट (Sambhal Lok Sabha Seat) से कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान उतरे थे। तीनों प्रमुख दल बसपा, सपा और भाजपा ने पूरे दमखम से प्रत्याशियों के पक्ष में वोट जुटाने का प्रयास किया था। इस बार कांग्रेस नहीं है क्योंकि उसका सपा से गठबंधन है। अन्य नौ प्रत्याशी निर्दल व अन्य दलों से हैं।

प्रत्याशी का नाम राजनीतिक दल

जियाउर्रहमान-                    सपा

परमेश्वर लाल सैनी-           भाजपा

चौधरी सौलत सिंह-           बसपा

जेगम उल इस्लाम- जनता शासन पार्टी

पवन कुमार-                    लोग पार्टी

डा. राशिद-                    पीस पार्टी

संतोष कुमार-                    किसान क्रांति दल

अनुज वार्ष्णेय-                    निर्दल

तौफीक अहमद- निर्दल

महेंद्र सिं-ह निर्दल

मोहम्मद- वसीम निर्दल

वसीम-                    निर्दल

कब और कितनी हुई वोटिंग

संभल लोकसभा सीट पर तीसरे चरण के तहत सात मई मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई थी। इस सीट पर कुल 18.98 लाख मतदाता हैं, जिसमें 62.81 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

विधानसभा के अनुसार मतदान प्रतिशत (Sambhal Lok Sabha Voting Percentage)

विधानसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशत

कुंदरकी 67.48

बिलारी 64.50

चंदौसी 55.01

असमोली 65.21

संभल 62.14

कुल योग -62.81

2019 का जनादेश (Sambhal Lok Sambhal 2019 Winner)

संभल लोकसभा सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के शफीकुर्रहमान बर्क ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 6,58,006 वोट मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के परमेश्वर लाल सैनी को 4,83,180 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस के जगत पाल सिंह को महज 12,105 वोट प्राप्त हुए थे।

जातीय समीकरण

संभल लोकसभा सीट में जो पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं उनमें कुंदरकी, बिलारी, असमोली व संभल में सपा का कब्जा है जबकि चंदौसी सीट भाजपा के पास है। यहां से माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी विधायक हैं।

संभल संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें संभल में सबसे अधिक करीब 82 प्रतिशत मुस्लिम व 18 प्रतिशत हिंदू मतदाता हैं। यहां सांसद रहे शफीकुर्रहमान बर्क और इकबाल महमूद के परिवार में लंबे अरसे से अदावत चली आ रही है। दोनों ही एक-दूसरे का नुकसान पहुंचाने का कोई अवसर छोड़ते नहीं है। इकबाल महमूद संभल के सपा विधायक हैं।

अब तक के सांसद

संभल लोकसभा की सीट का सृजन 1977 में हुआ था। इसके पहले यह मुरादाबाद लोकसभा सीट का हिस्सा था।

वर्ष नाम पार्टी

1977 शांति देवी बीएलडी

1980 बिजेंद्र पाल सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आई

1984 शांति देवी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1989 एसपी यादव जनता दल

1991 श्री पाल सिंह जनता दल

1996 डीपी यादव बहुजन समाज पार्टी

1998 मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी

1999 मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी

2004 रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी

2009 शफीकुर्रहमान बर्क बहुजन समाज पार्टी

2014 सत्यपाल सैनी भारतीय जनता पार्टी

2019 शफीकुर्रहमान बर्क समाजवादी पार्टी

संभल के बारे में खास बातें

संभल ऐतिहासिक व पौराणिक दोनों ही दृष्टि से महत्वपूर्ण है। सतयुग में इस स्थान का नाम सत्यव्रत, त्रेता में महदगिरि, द्वापर में पिंगल और कलियुग में संभल है। पौराणिक मान्यता है कि कलियुग में भगवान विष्णु के 10वें अवतार के रूप में कल्कि इसी संभल में प्रकट होंगे। मराठा की रानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा 18वीं शताब्दी में बनाया हुआ ऐतिहासिक कल्कि मंदिर यहां है। मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर के द्वारा बनवाई गई शाही जामा मस्जिद भी यहीं है।

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