बिजली विभाग के अधिकारी भी स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसके चलते स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी नहीं पकड़ पा रहा है। शासन का निर्देश भी है कि जल्द से जल्द उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाए जाएं।
जिले में स्मार्ट मीटर को लेकर कंपनी के सदस्यों के साथ बैठक की जाएगी। जल्द से जल्द स्मार्ट मीटर लगाए जाएं, इसको लेकर निर्देशित किया जाएगा।
- रामशब्द, अधीक्षण अभियंता, बिजली।
मनमानी भेजा जा रहा बिजली बिल, जिम्मेदार बेफिक्र
सुलतानपुर: बिजली विभाग में मनमानी ढंग से बिजली बिल भेजने पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सैकड़ों की जगह कई हजार का बिल आते ही उपभोक्ता हैरान हैं। बिल ठीक कराने के लिए डिवीजन का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं, कुछ उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनको सात वर्ष से बिजली का बिल नहीं मिला है। जिम्मेदार इन समस्याओं का समाधान करने के बजाय बेफिक्र नजर आ रहे हैं।
केस-एक
लंभुआ डिवीजन के कोथरा निवासी अजय श्रीवास्तव ने आटा चक्की के लिए आठ किलोवाट का कनेक्शन लिया है। 12 सितंबर को उनका 26 हजार 240 रुपये बिल आया था। इस माह उनका बिल 44 हजार 472 रुपये आया, तो वह परेशान हो गए।उपकेंद्र से लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय का वह कई बार चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का निदान नहीं हो सका है। उन्होंने बताया कि बिना उनकी जानकारी के तीन किलोवाट लोड भी बढ़ा दिया गया है। बिजली बिल ज्यादा आने की शिकायत वह कई बार कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार बिजलीकर्मी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
केस-दो
प्रथम डिवीजन के लौहर पश्चिम निवासी विपिन दुबे ने 12 दिसंबर 2017 को कनेक्शन लिया था। तब से अब तक उन्हें बिजली का बिल नहीं मिला है। बुधवार को उनके परिवार के विनय दुबे अधिशासी अभियंता के कार्यालय में बिल कितना हो गया है और क्यों नहीं आ रहा है, इसकी जानकारी के लिए भटकते रहे। यहां काउंटर पर कार्यरत बिजलीकर्मी की ओर से बताया गया कि सर्वर नहीं चल रहा है। इंतजार करिए या फिर अगले दिन आइए।
केस-तीन
खैंचिला निवासी प्रियंका शर्मा ने बताया कि उन्हें इस महीने से पहले कभी भी बिजली का बिल नहीं मिला। घर में लाइट और दो पंखे का उपयोग होता है, लेकिन बिजली का बिल अधिक आ गया। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में उनका बिल 683 रुपये आया है, जबकि चार सौ के अंदर आना चाहिए।
कराई जाएगी जांच
अधीक्षण अभियंता अखिलेश सिंह ने बताया कि बिजली बिल अधिक आने और लोड बढ़ाने की जांच कराई जाएगी। समय से बिल न देने वाले संबंधित बिजलीकर्मियों से जवाब-तलब कर कार्रवाई की जाएगी।