कैबिनेट बैठक : सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का संचालन अब साई को, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र भी बनेगा
उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने वाराणसी के सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का संचालन साई को सौंपने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब यह स्टेडियम राष्ट्रीय उत्क ...और पढ़ें

इस फैसले से युवाओं को खेल के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। योगी कैबिनेट ने वाराणसी में निर्माणाधीन डॉ. सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम, सिगरा के संचालन, प्रबंधन और रखरखाव के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के साथ हुए एमओयू को मंजूरी दे दी है।
यह स्टेडियम ‘खेलो इंडिया’ योजना के तहत विकसित किए गए आधुनिक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा है। इस एमओयू के अंतर्गत स्टेडियम परिसर में मौजूद खेल सुविधाओं, जैसे भवन, ढांचे, मैदान और अन्य अवसंरचनाओं को साई को सौंपा जाएगा, जिससे राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना और संचालन सुचारु रूप से हो सके।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र बनने के बाद प्रदेश के उभरते खिलाड़ियों को एक बड़ा मंच मिलेगा। विभिन्न आयु वर्गों और खेल विधाओं के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान की जाएगी और उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न केवल उत्तर प्रदेश की खेल प्रतिभा को मजबूती मिलेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व भी सशक्त होगा।
सरकार का मानना है कि इस पहल से खिलाड़ियों के सामने भविष्य में रोजगार और खेल करियर दोनों की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके साथ ही, वाराणसी देश के प्रमुख खेल केंद्रों में से एक के रूप में उभरकर सामने आएगा।
इस एमओयू के माध्यम से, स्टेडियम में खेल सुविधाओं का समुचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और संसाधनों का लाभ मिल सके। यह कदम न केवल खिलाड़ियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह प्रदेश के खेल बुनियादी ढांचे को भी मजबूत करेगा।
इस पहल के तहत, खिलाड़ियों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा, विभिन्न खेल विधाओं में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
इस प्रकार, योगी सरकार की यह पहल उत्तर प्रदेश के खेल क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करेगी और खिलाड़ियों को उनके सपनों को साकार करने का अवसर देगी। वाराणसी में स्थापित होने वाला यह राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, प्रदेश के खेल विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल खिलाड़ियों की क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि यह प्रदेश की खेल संस्कृति को भी समृद्ध करेगा।

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