Varanasi News: जान पर भारी पड़ रही गंगा स्नान में लापरवाही, एक गलत कदम से मुश्किल में फंस सकती है जान
Varanasi News वाराणसी में गंगा का जलस्तर घटने से स्नान करना खतरनाक हो गया है। इस वर्ष अब तक 20 लोग डूब चुके हैं। घाटों पर गहरे पानी और कम पानी के क्षे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी। गर्मी बढ़ने के साथ गंगा का जलस्तर कमी हो रहा है। नदी का पानी घाट की सीढ़ियों से नीचे जा रहा रहा है। ऐसे में गंगा में स्नान करना काफी खतरनाक है। एक गलत कदम से जान मुश्किल में फंस सकती है। गंगा स्नान के दौरान सावधानी नहीं बरतने पर डूबने का खतरा है। इस वर्ष अभी तक 20 लोगों की मौत डूबने से हो चुकी है।
पिछले कुछ सालों से वाराणसी में अलग-अलग वजहों से बाहर से आने वालों की संख्या बढ़ी है। गंगा के अद्भुत घाट व श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का भव्य धाम उन्हें खूब भा रहा है। दूसरे जिलों व प्रदेशों से आने वाले गंगा में स्नान करते हैं।
इस समय गंगा का जलस्तर कम होने से घाटों की स्थित में काफी परिवर्तन हो गया है। नदी के पानी का घाटों की सीढ़ियों, चबूतरों से नीचे उतर रहा है। इसके चलते पानी कहीं काफी कम है तो कहीं अचानक से पानी गहरा हो जाता है।
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दो छात्रों की मौत से हड़कंप। जागरण
रोज गंगा स्नान करने वाले स्थानीय लोग इसे जानते हैं। बाहर से आने वालों को इसके बारे में पता नहीं होता और स्नान के दौरान गहरे पानी में चले जाते हैं।
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स्नानार्थियों के गंगा में सुरक्षित स्नान के लिए असि, शीतला, दशाश्वमेध समेत प्रमुख घाटों पर जल पुलिस, पीएसी व एनडीआरएफ के जवान तैनात किए जाते हैं। ललिता घाट जहां पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ होती वहां स्नान पर रोक है। प्रमुख घाटों पर फ्लोटिंग जेटी लगाई गई हैं।
गहरे पानी में जाने से स्नानार्थियों को रोकने के लिए घाटों पर फ्लोटिंग बैरिकेडिंग भी लगी हैं। घाटों पर नगर निगम और पुलिस की ओर से चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं। जल पुलिस व एनडीआरएफ की चार टीमें गंगा में गश्त करती हैं।

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