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    उत्‍तराखंड में आफत की बारिश, अल्‍मोड़ा में छह मकान व 10 आंगन क्षतिग्रस्त; दो लोग गधेरे में बहे

    Updated: Sat, 14 Sep 2024 07:27 PM (IST)

    Uttarakhand Weather उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। अल्‍मोड़ा में दो दिनों की वर्षा से छह मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं। 10 आंगनों को भी नुकसान पहुंचा है। कई सड़कें बंद हो गई हैं और कई लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दो लोग गधेरे में बह गए हैं जिनमें से एक लापता है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है।

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    Uttarakhand Weather: जिला प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा। फाइल फोटो

    संस, जागरण अल्मोड़ा । Uttarakhand Weather: बुधवार की रात से जारी वर्षा शनिवार को थमी रही। वर्षा से बंद 32 सड़कों में से 10 सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। वहीं, 22 सड़कों को खोलने के लिए लोडर मशीनें लगाई गई हैं। दो दिनों की वर्षा से छह मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं। 10 आंगनों को भी नुकसान पहुंचा है। जिला प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा है।

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    सोमेश्वर क्षेत्र में वर्षा से ग्राम सर्प निवासी पार्वती देवी के आवासीय परिसर की दीवार ढह गई। जिससे मकान खतरे की जद में आ गया है। वहीं ब्लाक धौलादेवी के राजकीय इंटर कालेज विद्यालय भवन की सुरक्षा दीवार ढहने से विद्यालय को खतरा उत्पन्न हो गया है।

    स्वास्थ्य केंद्र की दीवार गिरने से भवन को खतरा

    विकास खंड भैसियाछाना की ग्राम पंचायत बौड़ा में भूस्खलन से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। कई सार्वजनिक रास्तों को भी नुकसान पहुंचा है। उप प्रधान बौड़ा ने केवलानंद भट्ट ने प्रशासन से मौका मुआयना कर ग्रामीणों को राहत दिलाने की मांग उठाई है।

    वर्षा से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान भवन के एक हिस्से में दरारें आ गईं हैं। उधर धौलछीना में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की दीवार गिरने से भवन को खतरा उत्पन्न हो गया है। ताकुला के अमखोली में हरीश चंद्र जोशी का मकान वर्षा से ध्वस्त हो गया। ग्राम प्रधान ने प्रभावित को आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई है।

    धौलछीना के पास दो लोग गधेरे में बहे, एक लापता

    धौलछीना क्षेत्र में दो युवक गधेरे के तेज बहाव की चपेट में आने से बह गए। हादसे में एक बाल-बाल बच गया, जबकि दूसरा लापता है। देर शाम तक भी लापता युवक सुराग नहीं लग सका। पुलिस, राजस्व पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें लापता युवक को तलाश में जुटी हुई हैं।

    जानकारी के मुताबिक बुडेरा बेरीनाग निवासी 28 साल का चालक शंभू पुत्र पूरन राम शनिवार को हल्द्वानी से बेरीनाग जा रहा था। इस दौरान कसार बैंड के पास सड़क बंद हो गई। शंभू ने वाहन में सवार दूसरे चालक को चाबी दे दी और राइआगर निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र डिगर सिंह के साथ खाई पार कर कनारीछीना को पैदल ही निकल गया। लेकिन रोयत गधेरे के पास दोनों ने संतुलन खो दिया और गधेरे में गिर गए।

    कुछ ही दूरी पर नरेंद्र झाड़ियों में अटक गया। इससे वह बाल-बाल बच गया। लेकिन शंभू तेज बहाव में बह गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर धौलछीना थानाध्यक्ष विजय नेगी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। लेकिन देर शाम तक शंभू का पता नहीं चल पाया।

    वर्षा से प्रभावित व्यापारियों को आर्थिक सहायता की उठी मांग

    देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष संजय साह ने वर्षा से प्रभावित बेस अस्पताल के निकट के चार व्यापारियों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्षा से चार व्यापारियों की दुकानें शुक्रवार को क्षतिग्रस्त हो गईं। व्यापारियों के समक्ष अपने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से प्रभावितों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई है।

    जिले में ये सड़कें हैं बंद

    • स्टेट हाईवे खैरना-रानीखेत-मोहान,
    • राम सिंह किचार सड़क,
    • झीपा-टनला,
    • ताड़ीखेत-ऊंनी,
    • चलमोड़ीगाड़ा- कलौटा,
    • सेराघाट-कुंजकिमौला,
    • ध्याड़ी-मिरगांव,
    • धौलादेवी-खेती,
    • बाड़ेछीना- सेराघाट,
    • सिमलखेत-भनोली-काफलीखान,
    • चिल-मल्ला सिंधिया,
    • छांजा-फटक्वालडुंगरा,
    • चेलछीना-प्राथमिक स्कूल मार्ग,
    • खूंट-काकड़ीघाट,
    • चौसली-डोबा,
    • दिगोली-कांडा-ईड़ा,
    • मोरनौला-वल्का,
    • द्वारसौं-काकड़ीघाट,
    • वल्मरा-गुदलेख,
    • खीड़ा-खजुरानी,
    • आटी-हनुमान मंदिर-रंगोली,

    32 बंद सड़कों में से 10 सड़कों पर यातायात सुचारू कर दिया गया है। शेष 22 सड़कों को खोलने के लिए लोडर मशीनें लगाई गई हैं। अधिकांश सड़कों को रविवार को खोलने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। - विनीत पाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, अल्मोड़ा