बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह मलबा, दहशत में राहगीर; डीएम ने अधिकारियों संग की बैठक
मानसून के बाद मौसम साफ होने पर बदरीनाथ यात्रा पर जाने वालों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह मलबा यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। एनएचआईडीसीएल मलबा हटाने में गंभीर नहीं दिख रहा है। जिला प्रशासन ने एनएचआईडीसीएल और बीआरओ के अधिकारियों को तलब कर भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। मानसून की विदाई के बाद से मौसम साफ होने पर बदरीनाथ के दर्शनों को लेकर यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि, बदरीनाथ हाईवे पर वर्षाकाल के दौरान जगह-जगह आया मलबा यात्रियों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। एनएच साफ मौसम के बावजूद फिलहाल मलबा हटाने को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है।
जिला प्रशासन ने यात्रियों सहित आम नागरिकों की परेशानी समझते हुए एनएचआइडीसीएल के अधिकारियों को तलब कर उन्हें इन भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बनाने के लिए कहा गया है।
भूस्खलन कर रहा परेशान
मानसून के दौरान बदरीनाथ हाईवे पर चमेाली जनपद के प्रवेश द्वार कमेडा से लेकर बदरीनाथ धाम तक एक दर्जन से अधिक जगहों पर भूस्खलन जोन परेशानी का कारण बने थे। इन भूस्खलन जोन पर वर्षा के दौरान बार-बार मलबा आने से हाईवे बाधित हुआ था। अब जब मानसून की विदाई के बाद मौसम साफ है, लेकिन एनएच मलबा साफ कर सड़क को सुरक्षित बनाने के लिए गंभीर नहीं है।यही कारण है कि कमेड़ा, चटवापीपल, नंदप्रयाग, पर्थाडीप, पागलनाला, छिनका, पातालगंगा, जोगीधारा सहित अन्य जगहों पर अब भी सड़क किनारे मलबा पड़ा हुआ है। यात्री वाहन इनके बीच से ही गुजरने को विवश हैं। इससे बार-बार जाम की स्थिति पैदा हो रही है।
यात्रियों की संख्या में इजाफा
इन दिनों यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। हाईवे की दुर्दशा देखकर यात्रियों में नकारात्मक संदेश जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मौसम साफ होने के बाद एनएच अथारिटी के पास हाईवे से मलबा हटाने का पर्याप्त समय था, लेकिन एनएच मलबा हटाने के बजाय सिंगल लाइन सुचारु रखने तक ही सीमित है। यात्रियों की परेशानी को लेकर जिला प्रशासन भी भली भांति अवगत है।मानसून के दौरान जिस प्रकार हाईवे बाधित हुआ और इसे खोलने के लिए संसाधन कम पड़े, उससे एनएचआइडीसीएल की कार्यप्रणाली से प्रशासन पहले ही नाराज है। जिलाधिकारी ने एनएचआइडीसीएल और बीआरओ के अधिकारियों संग बैठक कर उन्हें भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बनाने को कहा है। साथ ही मलबा हटाकर सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं।चमोली के जिलाधिकारी, संदीप तिवारी ने बताया- बदरीनाथ हाईवे पर मानसून के दौरान उभरे भूस्खलन क्षेत्र और वहां आए मलबे को लेकर प्रशासन गंभीर है। मलबा हटाने के लिए एनएचआइडीसीएल को तत्काल निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही इन भूस्खलन जोन के स्थाई ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बनाने को भी कहा गया है। इसके लिए एनएच के साथ हाईवे से जुड़ी निर्माण एजेंसियों संग बैठक भी की गई है।
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