Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रोजगार की चाह रखने वाले युवाओं में पीएम मोदी की इस योजना के लिए खासा उत्‍साह, जुड़े 57 हजार से ज्‍यादा लोग

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 04:36 PM (IST)

    कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, देहरादून ने प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के क्रियान्वयन के लिए सेमिनार आयोजित किया। एसके संगमा ने योजना की जानकारी दी, जिसका उद्देश्य रोजगार सृजन है। देहरादून क्षेत्र में 1,163 प्रतिष्ठान और 57 हजार से अधिक सदस्य जुड़े। नियोक्ताओं ने योजना को सफल बनाने का संकल्प लिया और एसके संगमा ने अधिक से अधिक लोगों को जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

    Hero Image

    पीएम विकसित भारत रोजगार से जुड़े 14 हजार से अधिक नये सदस्य। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, देहरादून। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (), क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून की ओर से प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (पीएमवीबीआरवाई) के प्रभावी क्रियान्वयन, जन-जागरुकता और हितधारकों के साथ संवाद को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में नियोक्ताओं ने भाग लिया और योजना को सफल बनाने का संकल्प लिया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय सभागार में योजित सेमिनार का उद्घाटन एसके संगमा, अतिरिक्त केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त (मुख्यालय), दिल्ली एवं उत्तराखंड ने किया। उन्होंने प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना की रूपरेखा, उद्देश्यों और प्रोत्साहन तंत्र की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह योजना देश में नए रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने और युवाओं को औपचारिक रोजगार क्षेत्र से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। कहा कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से सामाजिक सुरक्षा प्रणाली को मजबूती मिलेगी और औद्योगिक विकास को नई गति प्राप्त होगी।

    कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून की ओर से एक विस्तृत वीडियो प्रस्तुति और पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया गया, जिसमें योजना की पृष्ठभूमि, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, लाभ की शर्तें, पोर्टल पर पंजीकरण की विधि आदि पर विस्तार से बताया गया।

    प्रस्तुति में जानकारी दी गई कि देहरादून क्षेत्र में अब तक 1,163 प्रतिष्ठान इस योजना से जुड़ चुके हैं, जिनमें 14,538 नए सदस्य (पहली बार) और 43,271 पुनः जुड़ने वाले सदस्य शामिल हैं। इसके बाद विश्वजीत सागर, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-एक, देहरादून ने नियोक्ताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए योजना के तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने कहा कि ईपीएफओ देहरादून कार्यालय योजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए हरसंभव सहयोग करेगा। नियोक्ताओं ने इस संवादात्मक कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सेमिनारों से योजनाओं की समझ बढ़ती है और उनके कार्यान्वयन में आसानी होती है। उन्होंने आशा जताई कि यह योजना युवाओं को औपचारिक क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

    नियोक्ताओं से अधिक से अधिक संख्या में योजना से जुड़ने का आह्वान

    समापन सत्र में एसके संगमा ने कहा कि प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना रोजगार सृजन और सामाजिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने नियोक्ताओं से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस योजना से जुड़कर नए रोजगार अवसर पैदा करें। इस अवसर पर उन्होंने कर्मचारी नामांकन योजना-2025 के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत नियोक्ताओं को एक जुलाई 2017 से 31 अक्टूबर 2025 के बीच ईपीएफ कवरेज से छूटे हुए पात्र कर्मचारियों को स्वेच्छा से नामांकित करने और उनके पूर्व अनुपालन को नियमित करने का अवसर मिलेगा।

    यह योजना एक नवंबर 2025 से 30 अप्रैल 2026 तक छह महीने के लिए खुली रहेगी। सेमिनार में मनीष सिंह (क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-एक, नई दिल्ली), उदित साह (क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-द्वितीय), मोहम्मद जैद, अनिल राठी (कर्मचारी प्रतिनिधि, क्षेत्रीय समिति उत्तराखंड) सहित कई उद्योग प्रतिनिधि मौजूद रहे। साथ ही ओएनजीसी, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी, अलायंस ग्रुप, उत्तराखंड वन विकास निगम, गार्डवेल सिक्योरिटी सर्विसेज और आइटीसी सहित विभिन्न प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

    यह भी पढ़ें- ईपीएफओ का इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के साथ समझौता, पेंशनर्स के जीवन प्रमाणपत्र जमा कराएंगे डाकिए

    यह भी पढ़ें- Pension Update: पेंशन धारकों के लिए आ गया जरूरी अपडेट, ईपीएफओ देने जा रहा ये सुविधा