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Pithoragarh Bharti Rally: उप्र के युवाओं की भर्ती संपन्न, पहाड़ के लोगों ने दिखाई दिलेरी; लगाए लंगर

Pithoragarh Bharti Rally पिथौरागढ़ भर्ती रैली में यूपी के युवाओं की भर्ती प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न हुई। अब उत्तराखंड के युवाओं की बारी है। शुक्रवार और शनिवार को पिथौरागढ़ में भर्ती रैली आयोजित की जाएगी। पहले दिन 20 हजार युवाओं ने भाग लिया जिसमें से कई घायल भी हुए। दूसरे दिन भीड़ कम रही और व्यवस्था बेहतर रही। युवाओं के लिए विभिन्न संगठनों ने भोजन और ठहरने की व्यवस्था की है।

By vijay Upreti Edited By: Nirmala Bohra Updated: Thu, 21 Nov 2024 08:34 PM (IST)
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Pithoragarh Bharti Rally: उत्तर प्रदेश के युवाओं की भर्ती प्रक्रिया के अंतिम दिन स्थिति सामान्य। जागरण
संवाद सहयोगी, जागरण, पिथौरागढ़ । Pithoragarh Bharti Rally: उत्तर प्रदेश (उप्र) के युवाओं की भर्ती प्रक्रिया के दूसरे व अंतिम दिन स्थिति सामान्य रही। वहीं विभिन्न संगठनों, संस्थाओं ने लगभग एक दर्जन स्थान पर निश्शुल्क खानपान की व्यवस्था भी की। बुधवार की घटना से सबक लेकर सेना व पुलिस की ओर से भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग कर युवाओं को रोका गया था।

युवाओं को अलग-अलग समूहों में बांटकर भर्ती स्थल में बारी-बारी से प्रवेश दिया गया। शुक्रवार व शनिवार को उत्तराखंड के युवाओं की भर्ती रैली होगी। भर्ती रैली में शामिल होने के लिए प्रदेश के विभिन्न जनपदों से युवा पिथौरागढ़ पहुंचने लगे हैं।

पहले दिन करीब 20 हजार की संख्या में युवाओं का हुजूम

जिला मुख्यालय के समीप जाजरदेवल देवकटिया में 12 नवंबर से शुरू हुई प्रादेशिक सेना भर्ती रैली के क्रम में बुधवार व गुरुवार को उत्तर प्रदेश के युवाओं की शारीरिक दक्षता परीक्षा का दिन निर्धारित था। बुधवार को पहले दिन करीब 20 हजार की संख्या में युवाओं का हुजूम उमड़ पड़ा।

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पहले प्रवेश की होड़ में युवाओं में धक्कामुक्की होने से सेना का प्रवेश द्वार टूट गया था। जिसके चलते सेना व पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी। इससे अफरातफरी मच गई। इधर-उधर भागने के चक्कर में दो युवा घायल हो गए थे। बाद में हालात सामान्य हुए और दौड़ में असफल रहे युवा अपने घरों को लौटने लगे।

करीब 11 हजार युवा बुधवार देर शाम तक वापस लौट चुके थे। इनमें से कई युवा ऐसे भी थे जो भगदड़ से मची अफरातफरी के चलते बगैर भर्ती में शामिल हुए वापस घरों को लौट गए। गुरुवार को दूसरे दिन उप्र के शेष अभ्यर्थी भर्ती रैली में शामिल हुए। इनमें पहले दिन सफल हुए कई युवाओं का चिकित्सा परीक्षण भी थी व अन्य युवाओं ने शारीरिक दक्षता परीक्षा दी।

पहले दिन की अपेक्षा दूसरे दिन भीड़ कम रही। सेना व पुलिस ने भी पहले दिन की घटना से सबक लेते हुए भीड़ को व्यवस्थित कर रखा था। टोलियां बनाकर युवाओं को भर्ती स्थल के अंदर प्रवेश दिया गया। भर्ती प्रक्रिया देर शाम तक जारी रही। शारीरिक दक्षता परीक्षा में असफल युवाओं को वापस भेजने के लिए वाहनों का उचित प्रबंध किया गया था। युवाओं को छोटे व बड़े वाहनों में बिठाकर वापस रवाना किया गया।

दूसरे दिन भी पहाड़ के लोगों ने दिखाई दिलेरी

अभ्यर्थियों की भीड़ जुटने पर नगर के 10 स्थानों पर लंगर लगे। विभिन्न संगठनों, संस्थाओं ने लगभग एक दर्जन स्थान पर निश्शुल्क खानपान की व्यवस्था की गई। जिसकी अभ्यर्थियों ने जमकर प्रशंसा की और पिथौरागढ़ के लोगों का आभार जताया। गुरुवार को नगर के सिल्थाम से लेकर एपीएस रोड से भर्ती स्थल तक जगह-जगह लंगर लगाए गए थे।

राष्ट्रीय स्वयं संगठन की ओर से युवाओं के लिए ठहरने के साथ ही भोजन की भी व्यवस्था की गई है। जाग उठा पहाड़ की ओर से संयोजक गोपू महर के नेतृत्व में एपीएस रोड में लंगर लगाया गया। पूर्व सैनिक संगठन की ओर से युवाओं के लिए रात्रि में विश्राम के साथ ही सुबह चाय और दोपहर में खाने की व्यवस्था की जा रही है।

दूसरे दिन भी संगठन की ओर से छह हजार से अधिक युवाओं को निश्शुल्क भोजन कराया गया। पूर्व सैनिक संगठन की इन व्यवस्थाओं से गदगद युवाओं ने देवभूमि के अतिथि भाव को हमेशा याद रखने की बात कही। विगत रात्रि भी संगठन के पूर्व सैनिकों ने सैकड़ों युवाओं को अपने घर में शरण दी और उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था की। दीपा भट्ट ने आठ युवाओं को अपने घर पर शरण देने के साथ ही भोजन कराया। भोजन व्यवस्था में पूर्व सैनिक रविंद्र चंद, श्याम विश्वकर्मा, आनंद राणा, किशन सिंह सहित 30 पूर्व सैनिकों सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

सज्जन लाल सोसायटी की ओर से भी भर्ती स्थल के आसपास भोजन का स्टाल लगाया गया है। महामाया मंदिर समिति ने भी नैनी-सैनी एयरपोर्ट रोड में स्टाल लगाकर युवाओं को भोजन कराया गया। घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी की ओर से दूसरे दिन भी युवाओं के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गई। एशियन एकेडमी की ओर से विद्यालय की ऐंचोली, रई, टकाना, कुमौड़ सभी शाखाओं में युवाओं के ठहरने के साथ ही भोजन की व्यवस्था की जा रही है।

'पहाड़' जितना ही बड़ा भी पहाड़ के लोगों का दिल

पिथौरागढ़: पहाड़ के लोगों का दिल पहाड़ जितना ही बड़ा भी होता है। यह बात सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के लोगों ने एक बार फिर साबित की है। प्रादेशिक सेना भर्ती में शामिल होने आए विभिन्न राज्यों के युवाओं की मदद के लिए हर कोई अपने स्तर से मदद के लिए आगे आ रहा है। युवाओं के लिए जगह-जगह लंगर लगाए जा रहे हैं। महिलाएं भी इस कार्य में बखूबी हाथ बंटा रही हैं। सैकड़ों किमी लंबा सफर तय कर भूखे-प्यासे पहुंच रहे युवा किसी तरह से भोजन पाने के लिए लालायित नजर आ रहे हैं। जिला मुख्यालय में देवकटिया जाजरदेवल में 12 नवंबर से प्रादेशिक सेना भर्ती रैली चल रही है। अब तक यूपी, ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश राज्य के युवाओं की भर्ती रैली संपन्न हो चुकी है।

पिथौरागढ़ पहुंचे हल्द्वानी, अल्मोड़ा, बागेश्वर के कई युवा

पिथौरागढ़: प्रादेशिक सेना भर्ती रैली में प्रतिभाग करने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न शहरों से युवा पिथौरागढ़ पहुंचने लगे हैं। हल्द्वानी, अल्मोड़ा, रानीखेत, बागेश्वर, चंपावत आदि क्षेत्रों के कई युवा बुधवार को ही पिथौरागढ़ पहुंच गए थे। गुरुवार को युवाओं ने भर्ती स्थल क्षेत्र में पहुंचकर भर्ती से संबंधित जानकारी जुटाई। उत्तराखंड के युवाओं की शुक्रवार को शनिवार को भर्ती रैली होगी। भर्ती में शामिल होने पहुंचे युवाओं के लिए प्रशासन के साथ ही विभिन्न संगठनों की ओर से ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गई है।

भर्ती प्रक्रिया में 677 वाहनों का किया गया उपयोग

पिथौरागढ़ : प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को टनकपुर से पिथौरागढ़ लाने ले जाने में अब तक 677 वाहनों का उपयोग किया जा चुका है । जिसमें 295 बसें और 322 टैक्सियों का उपयोग किया गया है। इसके अलावा स्थानीय शटल सेवा की टैक्सियों का बस स्टेशन, अस्थायी बस अड्डा एपीएस मैदान और भर्ती स्थल तक लाने ले जाने में उपयोग किया जा रहा है। एपीएस मैदान को अस्थाई बस अड्डा बना कर सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

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19 राजकीय और निजी विद्यालयों को कराना पड़ा बंद

पिथौरागढ: अभ्यर्थियों के रात्रि विश्राम के लिए 19 राजकीय और निजी विद्यालय तीन दिन के लिए बंद कराने पड़े। रात्रि मे ठंड से बचाव के लिए नगर के 25 स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं।

25 हजार अथ्यर्थी पहुंचे पिथौरागढ़

पिथौरागढ़ : प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए गुरुवार तक 25 हजार अभ्यर्थी पहुंचे। जिलाधिकारी ने बताया कि गुरुवार अपराह्न तक 18 हजार अभ्यर्थी वापस लौट चुके हैं। लौटने का क्रम जारी है।

किस राज्य से कितने अभ्यर्थी हुए शामिल

12 नवंबर से आरंभ प्रादेशिक भर्ती में अब तक ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की भर्ती हो चुकी है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश की भर्ती भी हो चुकी है।

  • राज्य -तिथि - शामिल हुए अभ्यर्थी
  • ओडिशा -12 से 13 नवंबर -517
  • छत्तीसगढ़ -14 से 15 नवंबर -812
  • बिहार -16 से 17 नवंबर -1385
  • मध्यप्रदेश -18 से 19 नवंबर -5560
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