आजकल नाक या कान छिदवाना ट्रेंड बनता जा रहा है, लेकिन अक्सर लोग पियर्सिंग करवाते समय कई बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में आइए जानें पियर्सिंग करवाते समय किन बातों का ध्यान रखें।
पियर्सिंग से पहले हाथ, टूल्स और जगह पूरी तरह से साफ होनी चाहिए। इससे बैक्टीरिया और संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है।
नाक या कान की छिदाई हमेशा अनुभवी और प्रशिक्षित प्रोफेशनल से ही कराएं। घर पर खुद करना खतरनाक हो सकता है और दर्द या संक्रमण बढ़ा सकता है।
धातु या पियर्सिंग मटेरियल से एलर्जी हो सकती है। हमेशा पहले छोटे हिस्से पर टेस्ट कर लें। एलर्जी होने पर तुरंत बदलें।
सिर्फ सिंगल-यूज नीडल या पिन का उपयोग करें। रियूज करने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
पियर्सिंग के तुरंत बाद और कुछ दिनों तक हल्के एंटीसेप्टिक का इस्तेमाल करें। रोजाना टूल और छिदे हुए हिस्से को साफ रखें।
पियर्सिंग के बाद पानी में न ज्यादा देर रहें और भारी शारीरिक गतिविधि कम करें। इससे सूजन और इन्फेक्शन का खतरा घटता है।
पियर्सिंग के बाद हल्का दर्द या लालिमा सामान्य है। लेकिन अगर सूजन, पस या लगातार दर्द बढ़े, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
सही देखभाल से नाक-कान छिदवाना सुरक्षित होता है। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva