West Bengal: 'दोषारोपण के बजाय कर्तव्य निभाएं', राज्यपाल सीवी बोस ने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर दी नसीहत
West Bengal पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने दक्षिण बंगाल के आठ जिलों में आई बाढ के लिए केंद्र के अधीन दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराने के आरोप को लेकर मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर नसीहत दी है कि वह राज्य में आई बाढ़ को लेकर दोषारोपण का खेल करने के बजाय अपना कर्तव्य निभाएं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर नसीहत दी है कि वह राज्य में आई बाढ़ को लेकर दोषारोपण का खेल करने के बजाय अपना कर्तव्य निभाएं। राज्यपाल ने दक्षिण बंगाल के आठ जिलों में आई बाढ के लिए केंद्र के अधीन दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराने के आरोप को लेकर मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
राजभवन के एक सूत्र ने यह जानकारी दी। इससे पहले राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को एक और पत्र लिखकर बाढ़ की स्थिति और इससे निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों के बारे में जानकारी मांगी थी। ममता पिछले तीन दिनों से लगातार आरोप लगा रही हैं कि डीवीसी के बांधों से बिना राज्य को बताए भारी मात्रा में पानी छोड़ने से दक्षिण बंगाल के जिलों में भयावह बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है।
ममता ने पीएम मोदी को लिखा था पत्र
ममता ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर डीवीसी के साथ बंगाल सरकार के सभी समझौतों को रद्द करने की भी बात कही थी। राजभवन के अनुसार बाढ़ प्रभावित बांकुड़ा, बीरभूम और पश्चिम मेदिनीपुर जिले दामोदर घाटी नदी प्रणाली में नहीं आते हैं, वहां बाढ़ का कारण अत्यधिक वर्षा से उत्पन्न विकट स्थिति और कंसावती नदी के मुकुटमणिपुर बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है, जिससे सुरक्षात्मक तटबंध टूट गए हैं। इसलिए दोषारोपण किए जाने से पहले सीएम को सत्यता जान लेनी चाहिए। उधर, डीवीसी ने भी स्पष्ट किया है कि पानी छोड़ने का निर्णय दामोदर घाटी जलाशय विनियमन समिति लेती है, जिसमें बंगाल के भी प्रतिनिधि हैं।