'दोबारा हमले की गलती मत करना', अमेरिका ने Iran को दी चेतावनी; इजरायली हवाई हमले पर क्या बोली दुनिया?
Israel Iran conflict इजरायल ने शनिवार तड़के ईरान पर जोरदार हवाई हमला किया। करीब 100 मिसाइलों से इजरायल ने ईरान पर बमबारी की। इजरायल का दावा है कि इस हमले में ईरान के चार सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई। वहीं कई अन्य लोग घायल हो गए। इस हवाई हमले में ईरान की मिसाइल निर्माण इकाइयां भी प्रभावित हुईं हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Israel Vs Iran। इजरायल ने 25 अक्टूबर की रात को ईरान पर हवाई हमले किए। इजरायल के 100 लड़ाकू विमानों ने शनिवार तड़के ईरान के आसमान में दाखिल होकर ताबड़तोड़ बमबारी की। इजरायल ने इस हमले को 'ऑपरेशन डेज ऑफ रिपेंटेंस' (पछतावे के दिन) (Days of Repentance) नाम दिया है।
इजरायल का दावा है कि इस हमले में ईरान के चार सैन्य अधिकारी की मौत हो गई। वहीं, कई लोग घायल भी हो गए। इस हवाई हमले में ईरान की मिसाइल निर्माण इकाइयां भी प्रभावित हुईं हैं। हालांकि, ईरान ने हमले से होने वाले नुकसान को मामूली बताया है।
हवाई हमले से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- इजरायल ने जानकारी दी कि इस हवाई हमले में अमेरिका में बना स्टील्थ फाइटर जेट्स F-35 भी शामिल थे। यह विमान 2000 किमी की दूरी तय कर वापस लौटा। एफ-35 स्टील्थ फाइटर समेत 100 से ज्यादा इजरायली लड़ाकू विमानों ने ईरान के रडार को चकमा देकर मिसाइल निर्माण इकाई सहित कई सैन्य स्थानों पर हमले किए।
- इजरायल का दावा है कि सभी सटीक हमले किए गए। वहीं, ईरान का कहना है कि उसकी सेना इजरायल के किसी भी सैन्य लड़ाकू विमान का मुकाबला करने के लिए तैयार है। वहीं, इस हमले को अमेरिका ने इजरायल की ओर से 'आत्मरक्षा का प्रयास' बताया है।
- अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन ने चेतावनी देते हुए कहा, "ईरान को इजरायल के हमलों का जवाब देने की गलती नहीं करनी चाहिए। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा।"
- इजरायल द्वारा किए गए इस हमले पर हमास, इराक, पाकिस्तान, सीरिया और सऊदी अरब ने हमलों की निंदा की। वहीं, तुर्किए ने इजरायल के इस हमले को आतंकी हमला करार दिया है।
- वहीं, रूस ने दोनों देशों को संयम बरतने का आग्रह किया है।
- भारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने ईरान पर किए गए हमले पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की थी। इजरायली राजदूत अजार ने कहा कि ईरान पर ये हमला केवल एक संकेत था कि अगर ईरान इस लड़ाई में आगे बढ़ना चाहता है, तो इजरायल के पास कई और लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता है।
- राजदूत ने आगे कहा था कि इजराइल ने जो किया, वह बहुत ही सटीक हमला था, जिसमें ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट किया गया। इस हमले में ईरान के मिसाइल और ड्रोन कार्यक्रमों से जुड़े सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया। हमास और हिज्बुल्लाह जैसे ईरान समर्थित आतंकी संगठनों पर इशारा करते हुए राजदूत ने कहा कि हमने केवल संदेश दिया है कि इजराइल कुछ गलत सहने वाला नहीं है।
- संयुक्त राष्ट्र परमाणु ऊर्जा निगरानी संस्था ने कहा कि इजरायल के हमले में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
- इस हमले के बाद भारत ने एक बार फिर शांति की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस शत्रुता से किसी को कोई फायदा नहीं होगा। मंत्रालय ने आगे कहा कि हम संबंधित पक्षों से संयम बरतने और बातचीत एवं कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान दोहराते हैं। निर्दोष बंधकों और नागरिकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हमारे मिशन भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं।