श्रीलंका के संसदीय चुनाव में एनपीपी भारी जीत की ओर, केवल एक सीट पर परिणाम घोषित
श्रीलंका के संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पार्टी नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) भारी जीत की ओर अग्रसर है। साथ ही गुरुवार को श्रीलंका में संसदीय चुनाव के लिए वोट डाले गए। मतदान संपन्न होने के तुरंत बाद मतों की गिनती शुरू हो गई। 2022 के आर्थिक संकट के बाद यह पहला संसदीय चुनाव है।
पीटीआई, कोलंबो। श्रीलंका के संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पार्टी नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) भारी जीत की ओर अग्रसर है।मुख्य विपक्षी दल, समागी जन बालवेगया को 11 प्रतिशत और पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे द्वारा समर्थित नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट को पांच प्रतिशत वोट मिले हैं। अब तक केवल एक सीट पर परिणाम घोषित हुआ है।
स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे तक एनपीपी को 70 प्रतिशत वोट मिले हैं। मुख्य विपक्षी दल, समागी जन बालवेगया को 11 प्रतिशत और पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे द्वारा समर्थित नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट को पांच प्रतिशत वोट मिले हैं। अब तक केवल एक सीट पर परिणाम घोषित हुआ है।
एनपीपी ने गाले में 70 प्रतिशत से अधिक वोट के साथ जीत हासिल की। विश्लेषकों का कहना है कि एनपीपी ने सितंबर के राष्ट्रपति चुनाव की तुलना में अपना वोट शेयर बढ़ाया है।
रुझानों के अनुसार एनपीपी 225 सदस्यीय संसद में पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए 150 सीटों के आंकड़े को पार कर सकती है। मतदान निगरानी समूहों ने कहा कि गत सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव की तुलना में संसदीय चुनाव में कम मतदान हुआ है। राष्ट्रपति चुनाव में 79 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव आयोग ने कहा कि देशभर में शांतिपूर्ण मतदान हुआ और करीब 65 प्रतिशत मतदान होने का अनुमान है।