PAK Crisis: चीन के कर्ज से 'बदहाल पाकिस्तान' को मिली फौरी राहत, वित्त मंत्री को उम्मीद- देश नहीं होगा दिवालिया
आर्थिक तंगी से बदहाल पाकिस्तान के लिए शुक्रवार का दिन थोड़ी राहत लेकर आया। बता दें कि चीन के इंडस्ट्रियल एंड कामर्शियल बैंक ने पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर का कर्ज देने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई है। (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद, रायटर। आर्थिक तंगी से बदहाल पाकिस्तान के लिए शुक्रवार का दिन थोड़ी राहत लेकर आया। चीन से 1.3 अरब डालर का कर्ज मिलने का संकेत आया, तो रुपये की स्थिति में भी सुधार हुआ। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले छह प्रतिशत गिरे रुपये में शुक्रवार को 3.5 प्रतिशत का सुधार हुआ। अब एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 275.50 पाकिस्तानी रुपये के बराबर हो गई है।
चीन से 3 चरणों में मिलेगा पैसा
पाकिस्तान को विदेशी कर्ज मिलने के संकेतों के बाद पाकिस्तानी वित्त मंत्री इशाक डार ने भरोसा जताया कि अब पाकिस्तान दिवालिया नहीं होगा। चीन के इंडस्ट्रियल एंड कामर्शियल बैंक ने पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर का कर्ज देने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई है। यह धनराशि पाकिस्तान को तीन चरणों में मिलेगी। इससे पाकिस्तान को व्यापार में विदेशी मुद्रा में भुगतान की राहत मिलेगी।
पाक को मिली 70 करोड़ डॉलर की मदद
पाकिस्तान को हाल ही में चीन से 70 करोड़ डॉलर की मदद भी मिली है। इससे उसे आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए धन चुकाने में मदद मिली है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा है कि धन का इंतजाम होने पर वह चीन के कर्ज की दो अरब डॉलर की धनराशि सबसे पहले चुकाएगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए फिलहाल पांच अरब डॉलर की मदद चाहिए। इससे वह आगामी जून तक की सारी जिम्मेदारियों को पूरा कर पाएगा। अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज मिलने की उम्मीद है। पाकिस्तान को आईएमएफ से 6.5 अरब डालर के कुल कर्ज में से 1.1 अरब डालर की धनराशि की पहली किस्त जल्द मिलने की उम्मीद है।
PAK में सातवें आसमान पर महंगाई
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि 58 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। इससे इस तरह के हालात पैदा हो गए हैं कि अब पाकिस्तान में कुछ भी सस्ता नहीं रह गया है। परिवहन, भोजन और गैर-मादक पेय, मादक पेय और तम्बाकू की लागत में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है। पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स ने बताया था कि फरवरी में सालाना आधार पर मासिक मुद्रास्फीति बढ़कर 31.6% हो गई।